बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे एनडीए और महागठबंधन दोनों खेमों में सीटों को लेकर मंथन तेज होता जा रहा है। एनडीए के भीतर इस महीने होने वाली अहम बैठक पर सभी की निगाहें टिकी हैं, क्योंकि चिराग पासवान ने साफ कर दिया है कि वे केवल “सम्मानजनक सीटों” के आधार पर ही समझौता करेंगे। उनके इस बयान ने यह संकेत दिया है कि गठबंधन के भीतर सबकुछ सहज नहीं है।
हालांकि, आरएलएम प्रमुख और एनडीए नेता उपेंद्र कुशवाहा ने पटना में पत्रकारों से बात करते हुए माहौल को शांत करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि एनडीए के भीतर किसी तरह का कोई विवाद नहीं है। हर दल अपनी स्थिति के हिसाब से सीटों पर दावा कर रहा है, लेकिन समय आने पर सही और संतुलित फैसला लिया जाएगा। कुशवाहा ने भरोसा जताया कि एनडीए पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगा और नीतीश कुमार के नेतृत्व में सत्ता में वापसी होगी।
पटना में ऐतिहासिक CWC बैठक शुरू.. कांग्रेस नेताओं को बिहार से उम्मीद ! CM Face तेजस्वी ?
कुशवाहा ने आरजेडी और कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि उनका गठबंधन पूरी तरह “स्वार्थ आधारित” है। उन्होंने तंज कसा कि कांग्रेस तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार मानने को तैयार नहीं है, जबकि आरजेडी बार-बार तेजस्वी को आगे कर रही है। उनके अनुसार, कांग्रेस के केंद्रीय नेताओं की बिहार में मौजूदगी सिर्फ चुनावी मौसम तक ही सीमित रहती है।
इसी बीच सूत्रों के हवाले से खबर है कि दिल्ली में चिराग पासवान और उपेंद्र कुशवाहा की एक घंटे लंबी अहम बैठक हुई। जब एनडीए और बीजेपी के भीतर सीट बंटवारे को लेकर रणनीतिक चर्चाएं चल रही हों, ऐसे समय में यह मुलाकात बेहद मायने रखती है। राजनीतिक जानकार मानते हैं कि यह बैठक सीटों के फार्मूले और आगे की रणनीति को अंतिम रूप देने की दिशा में एक बड़ा कदम हो सकती है।






















