बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) से पहले सत्ता की लड़ाई अब सीट बंटवारे के इर्द-गिर्द घूमने लगी है। जहां एक ओर महागठबंधन (Mahagathbandhan) में राजद (RJD) और कांग्रेस (Congress) के बीच सहमति बनती दिख रही है, वहीं दूसरी ओर एनडीए (NDA) के भीतर भाजपा (BJP) और चिराग पासवान (Chirag Paswan) के बीच सीटों पर समझौता लगभग तय माना जा रहा है।
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सूत्रों के अनुसार, महागठबंधन में लालू प्रसाद यादव और कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की हालिया बैठक के बाद कांग्रेस लगभग 55 से 58 सीटों पर चुनाव लड़ने को तैयार हो गई है। यह समझौता महागठबंधन के भीतर सबसे बड़ी अड़चन को दूर करने वाला कदम माना जा रहा है। अब चुनौती है—विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के मुखिया मुकेश सहनी और सीपीआई-माले (CPI-ML) को मनाने की। दोनों दल लगभग 30-30 सीटों की मांग पर अड़े हैं। राजद (RJD) नेतृत्व फिलहाल माले को 23 से 25 सीटें देने पर विचार कर रहा है, जबकि मुकेश सहनी को लगभग 15 सीटों पर मानाने की कोशिश की जा रही है। यह समीकरण तय होते ही महागठबंधन की पहली सीट लिस्ट जारी हो सकती है।
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दूसरी ओर, एनडीए खेमे में भी सियासी सौदेबाजी लगभग तय मानी जा रही है। सूत्रों का दावा है कि भाजपा और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान के बीच सीट बंटवारे को लेकर सहमति बन गई है। चिराग पासवान को लगभग 26 विधानसभा सीटों के साथ-साथ उनकी मां रीना पासवान के लिए एक राज्यसभा सीट और एक से दो विधान परिषद सीटों का ऑफर हुआ है।
यह एनडीए के भीतर चिराग को साधने की भाजपा की रणनीतिक चाल मानी जा रही है। हालांकि, जदयू (JDU) और हम (HAM) की सीटों पर चिराग पासवान के दावे को लेकर अब भी बातचीत जारी है। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने पटना में जदयू नेताओं के साथ इस मुद्दे पर अहम बैठक की है, ताकि एनडीए का अंतिम फार्मूला जल्द तय किया जा सके।






















