बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) से पहले सूबे की सियासत में गरमी लगातार बढ़ती जा रही है। चुनावी बयार के साथ-साथ आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी तेज हो गया है। सत्ता पर काबिज होने की होड़ में सभी राजनीतिक दल रणनीतियों को धार दे रहे हैं और जनता को लुभाने के लिए वादों की झड़ी लगा रहे हैं। इसी बीच पटना में आयोजित एक बड़े कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव ने ऐलान किया कि इस बार बिहार की सत्ता बदलने वाली है।
पटना के वेटनरी कॉलेज ग्राउंड में आयोजित ‘अंबेडकर दलित-आदिवासी अधिकार संवाद’ कार्यक्रम में तेजस्वी यादव मुख्य वक्ता के तौर पर शामिल हुए। मंच से उन्होंने कहा कि दलित और आदिवासी समाज ने मौजूदा सरकार को सत्ता से हटाने का संकल्प ले लिया है और इस बार बिहार बदलेगा। तेजस्वी यादव ने DALIT का नया फॉर्मूला दिया, कहा- D-दृढ़ संकल्प, A- आत्मसम्मान, L-लीडरशिप, I-इंसाफ, T-तरक्की।
कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बातचीत में तेजस्वी यादव ने भाजपा पर भी सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय विपक्ष को बदनाम करने की राजनीति कर रहे हैं। तेजस्वी ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा बीते 20 वर्षों से बिहार की सत्ता में साझेदार रही है, लेकिन विकास और सुशासन देने में पूरी तरह नाकाम साबित हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के पास भविष्य के लिए कोई दृष्टि नहीं है और इसलिए वह लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के शासनकाल का हवाला देकर केवल विरोधियों को कमजोर करने की कोशिश कर रही है।
तेजस्वी ने अपने भाषण में इस बात पर जोर दिया कि बिहार की जनता अब बदलाव के मूड में है। उन्होंने दलित, पिछड़ा और आदिवासी वर्ग को एकजुट होकर सत्ता परिवर्तन की लड़ाई लड़ने का आह्वान किया। आरजेडी का यह कार्यक्रम न केवल सामाजिक न्याय की राजनीति को मजबूती देता नजर आया, बल्कि चुनावी रणनीति का अहम हिस्सा भी माना जा रहा है।






















