बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) से पहले राज्य की राजनीति पूरी तरह से चुनावी मोड में नजर आ रही है। शनिवार, 4 अक्तूबर को मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार ने पटना में राज्य की 12 मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य चुनावी प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाए रखने पर मंथन करना था।
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इस बैठक में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी शामिल हुए। बैठक खत्म होने के बाद मीडिया से बातचीत में तेजस्वी ने साफ कहा कि उनकी पार्टी ने चुनाव आयोग के समक्ष अपनी राय और सुझाव रखे हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस बार बिहार के चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शी होंगे और किसी भी राजनीतिक दल को विशेष लाभ पहुंचाने वाली स्थिति नहीं बनेगी।

तेजस्वी यादव ने कहा कि लोकतंत्र की आत्मा जनता है और जनता का अधिकार है कि उसे सुरक्षित, पारदर्शी और शांतिपूर्ण वातावरण में मतदान का अवसर मिले। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यदि चुनाव निष्पक्ष होंगे तो लोकतंत्र मजबूत होगा और जनता का भरोसा संस्थाओं पर और अधिक बढ़ेगा।
उन्होंने यह भी अपील की कि सभी राजनीतिक दलों को निष्पक्षता और ईमानदारी बनाए रखनी चाहिए क्योंकि चुनाव केवल पार्टियों की जीत-हार का खेल नहीं है, बल्कि यह जनता की आवाज और लोकतंत्र की असली ताकत है। तेजस्वी ने दोहराया कि जनता के अधिकारों की रक्षा और चुनावी प्रक्रिया में किसी भी तरह की अनियमितता से बचना सभी दलों की साझा जिम्मेदारी है।






















