बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज़ हो गई हैं। इसी कड़ी में आज राजधानी पटना स्थित बीजेपी प्रदेश कार्यालय में पार्टी की एक अहम बैठक आयोजित की गई। बैठक में संगठन महामंत्री समेत प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, भाजपा कोटे के दोनों उपमुख्यमंत्री और कई मंत्री मौजूद रहे। बैठक का मुख्य फोकस आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र मिशन 2025 की रणनीति और प्रवासी बिहारी वोट बैंक को साधने की योजना पर रहा।
बीजेपी अब बिहार से बाहर रह रहे करीब 3 करोड़ बिहारी प्रवासियों तक अपनी राजनीतिक उपस्थिति दर्ज कराने की दिशा में योजना बना रही है। पार्टी का मानना है कि इन मतदाताओं की भूमिका आगामी चुनाव में निर्णायक हो सकती है।
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बैठक खत्म होने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने जहां संगठन को मज़बूत करने की बात कही, वहीं उन्होंने राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार पर तीखा हमला बोला। हालांकि, जब पत्रकारों ने तेजस्वी यादव को लेकर सवाल किया, तो दिलीप जायसवाल ने चौंकाने वाला बयान दिया। उन्होंने कहा, “पिता पर तो बहुत कुछ बोल दिए, बेटा पर कुछ मत बुलवाइए,” जिससे स्पष्ट संकेत मिला कि वे तेजस्वी पर कोई बड़ा बयान देने से बच रहे हैं।
इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में चर्चा को हवा दे दी है। गौरतलब है कि हाल ही में भाजपा नेता और बिहार के मंत्री सम्राट चौधरी का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह कहते सुने गए थे कि तेजस्वी यादव पर हमला करने से पार्टी को नुकसान होता है, इसलिए पार्टी को उन्हें टारगेट नहीं करना चाहिए। अब दिलीप जायसवाल का यह रुख सम्राट चौधरी की उस बात को और मजबूती देता नजर आ रहा है। सवाल यह उठता है कि क्या भाजपा अब रणनीतिक तौर पर तेजस्वी यादव पर सीधा हमला करने से परहेज़ करेगी या यह सिर्फ चुनावी संतुलन का एक हिस्सा है?