Bihar election boycott: बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले मतदाता सूची पुनरीक्षण (SIR) को लेकर छिड़े विवाद ने नया मोड़ ले लिया है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव द्वारा चुनाव बहिष्कार का संकेत देने के बाद अब उनकी सहयोगी पार्टी कांग्रेस ने भी इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट कर दिया है। बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरू ने कहा है कि सभी विकल्प खुले हैं और महागठबंधन (INDIA) मिलकर कोई फैसला लेगा।
मामला तब शुरू हुआ जब तेजस्वी यादव ने बुधवार को चुनाव आयोग के मतदाता सूची गहन पुनरीक्षण अभियान पर सवाल उठाते हुए कहा कि विपक्ष के पास चुनाव बहिष्कार का विकल्प खुला है। गुरुवार को उन्होंने इस बात को दोहराते हुए कहा कि अगर बेईमानी ही करनी है तो ऐसे ही सरकार को एक्सटेंशन दे दो।
इस पर कांग्रेस प्रभारी अल्लावरू ने स्पष्ट किया कि सारे विकल्प खुले हुए हैं। चुनाव आयोग ने SIR के जरिए तुगलकी प्रक्रिया शुरू की है। हमारा मानना है कि आयोग जो आंकड़े दे रहा है, वो सरासर गलत हैं।
चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप
अल्लावरू ने चुनाव आयोग पर कई गंभीर आरोप लगाए:
- “24 जून के आदेश में लिखी प्रक्रिया का पालन नहीं हो रहा”
- “बीएलओ मनमानी से हस्ताक्षर कर रहे हैं”
- “भाजपा नेता बैठकर फॉर्म भर रहे हैं”
- “मतदाताओं को रसीद नहीं दी जा रही”
उन्होंने मुख्य चुनाव आयुक्त को चुनौती देते हुए कहा कि हर विधानसभा से 1-1 हजार लोगों से पूछें, अगर 25% भी सही निकले तो हम मान लेंगे।