बिहार विधानसभा चुनाव के बीच केंद्रीय मंत्री और लोजपा (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने एक बार फिर महागठबंधन और राजद नेता तेजस्वी यादव पर करारा हमला बोला है। तेजस्वी यादव के हालिया बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए चिराग पासवान ने कहा कि “यह मेरी समझ से परे है कि ये लोग किस दुनिया में जी रहे हैं। जब दूसरे चरण का नामांकन तक पूरा हो चुका है, तब इस तरह की बातें करना सिर्फ अपने बिखरे हुए गठबंधन पर पर्दा डालने का प्रयास है।”
चिराग पासवान ने कहा कि भारत के राजनीतिक इतिहास में ऐसा कमजोर और अस्थिर गठबंधन शायद ही कभी देखा गया हो, जहां चुनाव प्रक्रिया शुरू होने के बाद भी यह स्पष्ट न हो कि कौन-सा दल कितनी सीटों पर चुनाव लड़ रहा है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, “गठबंधन के घटक दल अब तक एक साथ बैठ नहीं पाए हैं। राहुल गांधी कहां हैं? क्या तेजस्वी यादव और राहुल गांधी की यह नैतिक जिम्मेदारी नहीं थी कि वे मिलकर महागठबंधन के अंदर की उलझनों को सुलझाने का प्रयास करें?”
चिराग पासवान ने कहा कि महागठबंधन में जिस तरह से अंदरूनी कलह चल रही है और जिस तरह से गठबंधन पूरी तरह से टूट गया है, उसके बाद भी अगर वे सोच रहे हैं कि वे सत्ता में आ जाएँगे, तो मुझे लगता है कि यह किसी ‘मुंगेरी लाल के सपने’ से कम नहीं है। आज इतने दिनों बाद उन्होंने मीडिया को संबोधित किया। वे इतने दिनों से कहाँ थे? आज महागठबंधन में सब कुछ खत्म होने के बाद अशोक गहलोत बिहार आए हैं। राहुल गांधी कहाँ हैं? क्या वरिष्ठ नेताओं की ज़िम्मेदारी नहीं है कि वे बैठकर चीजों को परिपक्व तरीके से सुलझाएँ? इससे पता चलता है कि जो गठबंधन अपनी पार्टियों को एक साथ नहीं रख सकता, वह बिहार के 14 करोड़ लोगों को कैसे एक साथ रखेगा? इन लोगों को या तो गठबंधन बनाना नहीं आता या गठबंधन को कैसे बरकरार रखना है। बिहार की जनता समझ गई है कि वे राज्य को उनके हाथों में नहीं देने वाले हैं। जो परिणाम हमने हरियाणा में देखा, वही परिणाम हम बिहार में महागठबंधन के लिए देखने वाले हैं।
उन्होंने कहा कि यह स्थिति बताती है कि शायद कांग्रेस बिहार चुनाव को लेकर गंभीर नहीं है। चिराग पासवान ने दावा किया कि “14 नवंबर के बाद बिहार में सिर्फ और सिर्फ एनडीए (NDA) की सरकार बनने जा रही है।” लोजपा प्रमुख ने कहा कि बिहार की जनता अब पूरी तरह समझ चुकी है कि जो लोग अपने गठबंधन के घटक दलों को एक साथ नहीं रख सकते, वे राज्य के करोड़ों लोगों को कैसे एकजुट रख पाएंगे। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता विकास, स्थिरता और जवाबदेह नेतृत्व चाहती है, और यह केवल एनडीए ही दे सकता है।






















