बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election Update) संपन्न होने के साथ ही राज्य की राजनीति में तेज़ी से बदलाव का दौर शुरू हो गया है। चुनाव आयोग ने नवनिर्वाचित 243 विधायकों की आधिकारिक सूची राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को सौंप दी है, जिसके साथ ही नई सरकार गठन की प्रक्रिया औपचारिक रूप से आगे बढ़ गई है। इस बीच दो चरणों में हुए चुनाव के नतीजे 14 नवंबर को आए, जिनमें एनडीए को स्पष्ट और भारी जनादेश मिला। अब पूरे राज्य में सत्ता परिवर्तन से जुड़ी गतिविधियाँ पटना से दिल्ली तक तेज़ हो गई हैं।

राज्य निर्वाचन पदाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल ने कहा कि राजभवन द्वारा अब आगे के संवैधानिक कदम उठाए जाएंगे। हालांकि आयोग की ओर से आदर्श आचार संहिता हटाने का औपचारिक आदेश अभी जारी नहीं हुआ है, लेकिन चुनाव प्रक्रिया पूर्ण होते ही राजनीतिक दलों ने सरकार गठन की तैयारियाँ तेज कर दी हैं। बिहार में 6 अक्टूबर को चुनाव तिथियों की घोषणा होते ही आचार संहिता लागू हुई थी, जो अब समाप्त हो चुकी है और राज्य प्रशासन सामान्य व्यवस्था में लौट रहा है।

चुनाव परिणामों ने बिहार की राजनीतिक तस्वीर को एक बार फिर नया स्वरूप दिया है। 243 सीटों में से एनडीए ने 202 पर जीत दर्ज कर चुनावी इतिहास में एक मजबूत प्रदर्शन किया है। इसके विपरीत महागठबंधन को केवल 35 सीटों पर संतोष करना पड़ा, जिसने विपक्षी खेमे में आत्ममंथन की स्थिति पैदा कर दी है। एनडीए की जीत ने यह भी स्पष्ट किया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की राजनीतिक पकड़ अब भी मजबूत है और जनता ने विकास के मुद्दे पर उन्हें पुनः मौका दिया है।
नतीजों के बीच नीतीश कुमार के बेटे का बड़ा बयान.. 20 साल की मेहनत का मिला इनाम
इधर सरकार गठन को लेकर राजनीतिक गतिविधियाँ चरम पर हैं। पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सरकारी आवास पर एनडीए के वरिष्ठ नेताओं का लगातार आना-जाना जारी है। सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार, मौजूदा कैबिनेट की बैठक सोमवार को बुलाई जा सकती है, जिसके बाद नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पद से औपचारिक रूप से इस्तीफा सौंपेंगे, ताकि नई सरकार गठन की प्रक्रिया शुरू की जा सके। राजनीतिक परंपरा के अनुसार, मौजूदा मुख्यमंत्री इस्तीफा देकर नए कैबिनेट निर्माण का रास्ता साफ करते हैं।
उधर दिल्ली में भी हलचल कम नहीं है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर जेडीयू और बिहार बीजेपी नेताओं की अहम बैठक हुई, जिसमें आने वाली सरकार की संरचना, मंत्री पदों के वितरण और शपथ ग्रहण की संभावित तारीख पर चर्चा हुई। ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि अगले एक-दो दिनों में नीतीश कुमार को फिर से एनडीए विधायक दल का नेता चुना जाएगा और वह एक बार फिर बिहार की कमान संभालेंगे।
रविवार शाम को सीईसी विनोद सिंह गुंजियाल ने राजभवन जाकर सभी विजयी विधायकों की सूची राज्यपाल को सौंप दी। यह वह औपचारिक कदम है जिसके बाद राज्यपाल नई सरकार बनाने के लिए सबसे बड़े बहुमत वाले गठबंधन को आमंत्रित करते हैं। अब नयी सरकार के शपथ ग्रहण की तिथि भी राजभवन द्वारा जारी की जाएगी, जिसकी तैयारियाँ प्रशासनिक स्तर पर तेज़ हो चुकी हैं।






















