बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Chunav Result 2025) की मतगणना आज शुक्रवार सुबह आठ बजे से पूरे राज्य में शुरू हो चुकी है। इस ऐतिहासिक दिन पर 2616 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में बंद है, जिसका फैसला अब मतपेटियों से निकलने लगा है। सबसे पहले सर्विस वोट यानी पोस्टल बैलेट की गिनती की जा रही है, जबकि सुबह 8:30 बजे से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) के वोटों की गिनती आरंभ होगी। शुरुआती रुझान कुछ ही देर में सामने आने की उम्मीद है, जिससे यह साफ होगा कि बिहार की सत्ता की कमान किसके हाथ में जाएगी।
राज्य भर में मतगणना को लेकर सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतज़ाम किए गए हैं। बिहार में कुल 46 मतगणना केंद्र बनाए गए हैं और हर केंद्र पर कड़े पुलिस प्रबंध के साथ-साथ अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। निर्वाचन आयोग की निगरानी में 243 विधानसभा सीटों के लिए मतगणना प्रेक्षक तैनात हैं, जो हर चरण की गिनती पर नज़र रख रहे हैं।
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इस बार चुनावी मुकाबला केवल सीटों का नहीं बल्कि नीतीश कुमार के नेतृत्व और उनकी राजनीतिक विरासत का भी इम्तिहान माना जा रहा है। मंगलवार को संपन्न हुए मतदान के बाद सभी प्रमुख सर्वेक्षण एजेंसियों के एग्जिट पोल में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को बढ़त दी गई है। इन सर्वेक्षणों ने साफ संकेत दिया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए एक बार फिर सत्ता में लौट सकता है। गठबंधन में जनता दल (यूनाइटेड), भारतीय जनता पार्टी, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), हिंदुस्तान अवामी मोर्चा (हम) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) शामिल हैं।
बिहार में इस बार मतदान दो चरणों में संपन्न हुआ। पहले चरण में 6 नवंबर को 121 सीटों पर और दूसरे चरण में 11 नवंबर को 122 सीटों पर मतदान हुआ। निर्वाचन आयोग के अनुसार, इस चुनाव में कुल मतदान प्रतिशत 66.91 दर्ज किया गया, जो 1951 में हुए पहले विधानसभा चुनाव के बाद से अब तक का सर्वाधिक है। यह आंकड़ा बताता है कि बिहार की जनता ने लोकतंत्र के इस पर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है।
खास बात यह रही कि महिला मतदाताओं ने एक बार फिर रिकॉर्ड बनाया है। पहले चरण में जहां पुरुषों का मतदान प्रतिशत 61.56 था, वहीं महिलाओं ने 69.04 प्रतिशत मतदान कर राजनीतिक जागरूकता और भागीदारी का नया अध्याय लिखा। इससे पहले 2015 के विधानसभा चुनाव में महिलाओं का मतदान प्रतिशत 60.48 रहा था जबकि पुरुषों का 53.32 प्रतिशत।






















