प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ 2025 की आस्था और अध्यात्म की अलौकिक छटा हर किसी को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। इसी पावन अवसर पर बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने महाकुंभ में पहुंचकर दिव्य अनुभूति प्राप्त की। गुरुवार को उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने राज्यपाल का सत्कार किया और उन्हें महाकुंभ की व्यापक व्यवस्थाओं से अवगत कराया।
राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान परमार्थ निकेतन शिविर पहुंचे, जहां उन्होंने स्वामी चिदानंद सरस्वती जी के सानिध्य में भारतीय संस्कृति, गंगा संरक्षण और वैश्विक शांति जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर गहन चर्चा की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि महाकुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि हमारी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत का उत्सव है। उन्होंने गंगा संरक्षण और मानव सेवा को भी भारत की आध्यात्मिक चेतना का अहम हिस्सा बताया।
महाकुंभ की भव्यता को करीब से समझने के लिए राज्यपाल ने बोट से स्नान घाटों का अवलोकन किया। इसके बाद उन्होंने गंगा आरती में भाग लिया और विधिपूर्वक हवन-पूजन भी किया। इस दौरान उन्होंने महाकुंभ के आयोजन को अविस्मरणीय अनुभव बताया और कहा कि यह विश्व को शांति, एकता और सेवा का संदेश देता है। महाकुंभ की भव्यता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 13 जनवरी से अब तक 30 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। इस बार अनुमान है कि यह संख्या 40 करोड़ तक पहुंच सकती है।