बिहार सरकार ने रविवार शाम प्रशासनिक ढांचे में एक बड़ा फेरबदल करते हुए पांच वरिष्ठ IAS अधिकारियों का तबादला (Bihar IAS Transfer) कर दिया। सरकार द्वारा जारी अधिसूचना में इन तबादलों को ‘प्रशासनिक सुचारू संचालन’ से जोड़कर देखा जा रहा है। राज्य सरकार ने उद्योग, राजस्व, ग्रामीण कार्य, वाणिज्य-कर और परिवहन जैसे महत्वपूर्ण विभागों में नए चेहरे लगाए हैं, जो यह संकेत देता है कि आने वाले महीनों में इन क्षेत्रों में तेज सुधार और सख्त मॉनिटरिंग की अपेक्षा है।
चुनाव आयोग का ऐलान- BLO को मिलेगी डबल सैलरी.. 12 राज्यों में SIR अपडेट की समय-सीमा भी बढ़ी
सबसे महत्वपूर्ण बदलाव में 1993 बैच के IAS अधिकारी मिहिर कुमार सिंह को उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव पद से हटाकर विकास आयुक्त बनाया गया है। यह पद राज्य की नीतियों के क्रियान्वयन की रीढ़ माना जाता है। हाल ही में सेवानिवृत्त हो रहे एस. सिद्धार्थ की जगह उन्हें इस महत्वपूर्ण भूमिका में लाया जा रहा है।

इसी कड़ी में 1991 बैच के अनुभवी अफसर सी.के. अनिल को बिहार राज्य योजना परिषद से हटाकर राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग का प्रमुख सचिव बनाया गया है। भूमि सुधार और राजस्व प्रबंधन राज्य की आर्थिक संरचना का आधार है, ऐसे में इस विभाग में नेतृत्व परिवर्तन को बेहद अहम माना जा रहा है।
ग्रामीण कार्य विभाग में अपर मुख्य सचिव रहे 1992 बैच के दीपक कुमार सिंह को अब महानिदेशक–जांच आयुक्त, सामान्य प्रशासन विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह पद संवेदनशील माना जाता है और सरकारी कार्यप्रणाली की पारदर्शिता से जुड़ा होता है, इसलिए उनके अनुभव को इस विभाग में विशेष महत्व दिया गया है।
नई दिल्ली स्थित बिहार भवन में तैनात 2004 बैच के आईएएस कुन्दन कुमार को उद्योग विभाग का सचिव नियुक्त किया गया है। वे अपने पूर्व पदों का अतिरिक्त प्रभार भी संभालेंगे, जो दर्शाता है कि सरकार उद्योग सेक्टर में तेज रफ्तार से बदलाव चाहती है। राज्य में निवेश और रोजगार को लेकर बढ़ते प्रश्नों के बीच यह फैसला खास मायने रखता है।
सरकार की दूसरी अधिसूचना में 2007 बैच के संजय कुमार सिंह को वाणिज्य-कर विभाग का सचिव बनाया गया है, जबकि 2010 बैच के दो अधिकारियों के प्रभार भी बदल दिए गए हैं। कौशल किशोर को दरभंगा का प्रमंडलीय आयुक्त नियुक्त किया गया है और राज कुमार को मुजफ्फरपुर से परिवहन विभाग में सचिव पद की जिम्मेदारी दी गई है।






















