सावन का महीना शुरू हो चुका है और बिहार समेत पूरे देश में शिवभक्त कांवर यात्रा की तैयारियों में जुट गए हैं। इस साल 11 जुलाई से 9 अगस्त तक चलने वाली कांवर यात्रा में लाखों भक्त गंगाजल लेकर प्रमुख शिव धामों की ओर पैदल यात्रा करेंगे। बिहार में 5 प्रमुख कांवर यात्रा मार्ग हैं, जहां से शिवभक्त जलाभिषेक के लिए निकलते हैं। आइए, इन मार्गों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
1. सुल्तानगंज से देवघर: बाबा वैद्यनाथ धाम की यात्रा
बिहार का सबसे प्रसिद्ध कांवर रूट सुल्तानगंज (भागलपुर) से देवघर (झारखंड) तक जाता है। यहां से कांवरिया अजगैवीनाथ धाम घाट से गंगाजल लेकर असरगंज-तारापुर-कटोरिया होते हुए बाबा वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग पर जल चढ़ाते हैं। इस मार्ग पर सबसे ज्यादा भीड़ होती है।
वैकल्पिक मार्ग:
- सुल्तानगंज → अकबरनगर → अमरपुर → बांका → कटोरिया → देवघर
- बांका → ढाकामोड़ → हसडीहा → देवघर
2. पहलेजा घाट से गरीबनाथ धाम (मुजफ्फरपुर)
सारण जिले के सोनपुर के पास पहलेजा घाट से कांवरिया गंगाजल लेकर हाजीपुर होते हुए मुजफ्फरपुर स्थित बाबा गरीबनाथ मंदिर पहुंचते हैं। यह रूट लगभग 65 किलोमीटर लंबा है।
वैकल्पिक मार्ग:
- हाजीपुर → लालगंज → मुजफ्फरपुर
- हाजीपुर → महुआ → मुजफ्फरपुर
- हाजीपुर → सोनपुर-सोनहो → मुजफ्फरपुर
3. फतुहा से सिद्धेश्वरनाथ धाम (जहानाबाद)
पटना के नजदीक फतुहा घाट से गंगाजल लेकर कांवरिया पटना-नालंदा होते हुए हुलासगंज के रास्ते फल्गु नदी पार कर जहानाबाद जिले के बराबर स्थित सिद्धेश्वरनाथ मंदिर पहुंचते हैं।
वैकल्पिक मार्ग:
- एनएच 22 → पटना → मखदुमपुर → बराबर
4. डुमरिया घाट (गोपालगंज) से धनेश्वरनाथ धाम
गोपालगंज के डुमरिया घाट (नारायणी नदी) और सारण के डोरीगंज घाट (गंगा नदी) से जल लेकर कांवरिया एनएच 27 → महम्मदपुर → स्टेट हाईवे-90 होते हुए सिंहासिनी स्थित धनेश्वरनाथ मंदिर पहुंचते हैं।
वैकल्पिक मार्ग:
- डुमरियाघाट → गरौली चंवर → मठिया बाजार → उसरी-दिघवा दुबौली
5. बक्सर से ब्रह्मेश्वरनाथ धाम
बक्सर जिले में रामरेखा घाट से गंगाजल लेकर कांवरिया बक्सर हाइवे 922 के रास्ते ब्रह्मपुर स्थित ब्रह्मेश्वरनाथ मंदिर तक जाते हैं। यह दूरी लगभग 33 किलोमीटर है।