बिहार चुनाव (Bihar Election 2025) के नतीजों से पहले ही एनडीए समर्थकों का उत्साह सातवें आसमान पर है। एग्जिट पोल में स्पष्ट संकेत मिलने के बाद कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की वापसी तय मानी जा रही है, समर्थकों ने अब इसे जश्न में बदल दिया है। पटना से लेकर गांवों तक बीजेपी-जेडीयू कार्यकर्ता जीत की तैयारी में जुट गए हैं।

राजधानी पटना में जेडीयू उम्मीदवार अनंत सिंह के आवास पर माहौल पूरी तरह चुनावी रंग में रंग चुका है। वहां टेंट लगाए जा रहे हैं, कुर्सियाँ सजाई जा रही हैं और कार्यकर्ता मिठाई के थाल तैयार कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, कार्यकर्ता 501 किलो लड्डू तैयार कर रहे हैं, ताकि मतगणना के दिन यानी 14 नवंबर को संभावित जीत का जश्न मनाया जा सके।

एनडीए के समर्थक कहते हैं कि इस बार बिहार की जनता ने “डबल इंजन सरकार” पर भरोसा जताया है। उनका मानना है कि नीतीश कुमार के खिलाफ कोई बड़ा एंटी-इनकंबेंसी फैक्टर नहीं था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता ने एनडीए के पक्ष में माहौल बना दिया। महिलाओं का समर्थन भी इस चुनाव में निर्णायक माना जा रहा है। कई महिला मतदाताओं ने बताया कि उन्हें सरकार की योजनाओं से फायदा हुआ है और उन्होंने उसी आधार पर मतदान किया।
एग्जिट पोल ने बढ़ाई NDA की उम्मीदें
पीपल्स इनसाइट (Peoples Insight) के एग्जिट पोल के अनुसार, बिहार में एनडीए को 133 से 148 सीटें मिल सकती हैं। पार्टीवार आंकड़ों में बीजेपी को 68-72, जेडीयू को 55-60, लोजपा (रामविलास) को 9-12, हम को 1-2 और आरएलएम को 0-2 सीटों का अनुमान है। वहीं, महागठबंधन को 87-102 सीटों के बीच सीमित बताया गया है, जिसमें आरजेडी को 65-72, कांग्रेस को 9-13, वामदलों को 11-14 और वीआईपी को 2-3 सीट मिलने का अनुमान है।






















