बिहार सरकार के मंत्री नीरज कुमार ‘बबलू’ ने विवादस्पद बयान दे दिया है। उन्होंने कहा कि किसी भी परिस्थिति में सड़क पर नमाज नहीं होना चाहिए। इसको बंद कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज अगर यह लोग सड़क पर नमाज पढ़ रहे हैं कल आकर कहेंगे कि यह वक्फ की जमीन है और कहेंगे कि यह जमीन मेरी है। उन्होंने कहा कि नमाज मस्जिद में पढ़िए, मदरसा में पढ़िए और अगर बहुत ज्यादा दिक्कत हो कब्रिस्तान में जाकर पढ़िए लेकिन नमाज सड़क पर पढ़ने पर पूरी तरह बैन लगना चाहिए।
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उन्होंने यह भी कहा कि सड़क छेकने के लिए नहीं है। कहीं भी जगराता सड़कों पर नहीं होता है। लोग मैदान में करते हैं। अपनी-अपनी जगहों पर करते हैं। सड़कों पर नहीं होता है। एनडीए की सुशासन की सरकार है। सड़कों को कोई न छेके इसके लिए प्रशासन मुस्तैद है। दूसरी ओर यह भी कहा कि ज्यादातर हिंदू समाज नवरात्रि में नॉनवेज नहीं खाते हैं। बैन हो जाए तो दिक्कत क्या है? पूजा-पाठ में नॉनवेज नहीं खाना चाहिए। बंद रहे तो दिक्कत नहीं है।
बीजेपी नेता के इस बयान के बाद प्रदेश में राजनीति शुरू हो गई है। वीआईपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने कहा कि नीरज बबलू क्या बोलते हैं उनका अपना कोई ठिकाना है? बीजेपी का यही काम है कि जहां हिंदू-मुस्लिम की बात आए उसे तूल दे दो। इस तरीके का बयान केवल आम मुद्दों से भटकाने के लिए दिया जाता है। जनता के मुद्दों को विधानसभा के बजट सत्र में सुना नहीं जा रहा और आने वाले वक्त में जब चुनाव है तो इस तरीके का बयान देकर माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। यह बीजेपी की पुरानी आदत है। बिहार में जो समस्या है उस पर बीजेपी के लोग क्यों नहीं बोलते हैं? जनता समझ रही है। हिंदू-मुस्लिम करने से कुछ नहीं होने वाला है।