बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में एनडीए की शानदार जीत के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के घर में उत्साह की लहर दौड़ उठी है। करीब दो दशक से जनता की सेवा में रहकर उन्होंने यह मुक़ाम हासिल किया है, और उनके परिवार ने इस उपलब्धि को उनकी अथक मेहनत का फल बताया है। नीतीश कुमार के बड़े भाई सतीश कुमार ने भावुक अंदाज़ में कहा कि यह जीत परिवार के लिए गर्व की बात है। उन्होंने साफ़ कहा कि उनका भतीजा निशांत कुमार राजनीति में आ सकता है, लेकिन यह तभी होगा जब उसकी अपनी इच्छा हो। सतीश जी का मानना है कि सार्वजनिक जीवन में आना आसान नहीं है, और उसे ज़िम्मेदारियों की गहराई समझनी होगी।
नतीजों के बीच नीतीश कुमार के बेटे का बड़ा बयान.. 20 साल की मेहनत का मिला इनाम
जब सतीश कुमार से एनडीए की जीत के पीछे की वजह पूछी गई, तो उन्होंने कहा कि यह सिर्फ़ योजनाओं या घोषणाओं का नतीजा नहीं है, बल्कि नीतीश कुमार द्वारा महिलाओं, गरीबों और पिछड़े वर्गों के लिए स्थायी कल्याण की नीति का प्रतिफल है। कुछ विपक्षी ये आरोप लगाते रहे हैं कि महिलाओं को ₹10,000 देने वाली योजनाएं वोट खरीदने का ज़रिया थीं, लेकिन सतीश कुमार ने इन दावों को नकारते हुए कहा कि मुख्यमंत्री का महिला-कल्याण उनकी नियमित प्राथमिकताओं में रहा है, और यही जनता का विश्वास हासिल करने का मूल कारण रहा।
सेहत को लेकर भी विपक्षी सवाल उठाते रहे हैं। हालांकि, सतीश कुमार ने कहा कि उनकी फिटनेस पर उठाये गए सवाल निराधार हैं — मुख्यमंत्री एक ही दिन में 10 जनसभाएं कर रहे थे, यह उनकी ऊर्जा और प्रतिबद्धता की मिसाल है।
दूसरी तरफ, मुख्यमंत्री के बेटे निशांत कुमार ने अपनी ओर से जनता को हृदय से धन्यवाद कहा है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ उनके पिता की जीत नहीं है, बल्कि उन 20 वर्षों की मेहनत का प्रतिफल है जो उन्होंने बिहारवासियों के विश्वास और समर्थन के साथ जुटाया है। निशांत ने यह उम्मीद भी जताई कि आने वाले समय में उनकी सरकार पिछली उपलब्धियों को और बढ़ाएगी, और बिहार का विकास नई ऊँचाइयों को छूएगा।






















