बिहार की राजनीति (Bihar Politics) में शुक्रवार का दिन बेहद अहम माना जा रहा है क्योंकि सुबह 10:30 बजे से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में कैबिनेट की बड़ी बैठक होने जा रही है। खास बात यह है कि यह एक सप्ताह के भीतर दूसरी कैबिनेट बैठक है, जिससे अटकलें तेज हो गई हैं कि सरकार राज्यहित से जुड़े कई महत्वपूर्ण एजेंडों पर बड़ा फैसला कर सकती है। राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा तेज है कि इस बैठक से महिलाओं और युवाओं को सीधा लाभ पहुंचाने वाली योजनाओं पर मुहर लग सकती है।
हाल ही में 26 अगस्त को हुई कैबिनेट बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने निवेश और रोजगार को लेकर कई ऐतिहासिक फैसले लिए थे। सरकार ने 1000 करोड़ रुपये का निवेश करने वाले उद्योगपतियों को 25 एकड़ मुफ्त जमीन देने और 100 करोड़ रुपये निवेश कर 1000 युवाओं को रोजगार देने वालों को 10 एकड़ मुफ्त जमीन देने का निर्णय लिया था। इसके अलावा पटना और गया से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रोत्साहन राशि की भी घोषणा की गई थी।
चुनावी साल में नीतीश सरकार के फैसलों की रफ्तार लगातार बढ़ती जा रही है। पिछले दो महीनों में कैबिनेट ने डेढ़ दर्जन से अधिक बड़े फैसले लिए हैं, जिनमें 125 यूनिट फ्री बिजली, सामाजिक सुरक्षा पेंशन ₹400 से बढ़ाकर ₹1100 करना, रसोइया और किसान सलाहकार का मानदेय बढ़ाना, जेपी सेनानी और कलाकार पेंशन योजना, युवा आयोग का गठन और औद्योगिक क्षेत्र में रोजगार पैकेज जैसे कदम शामिल हैं।
सबसे बड़ा राजनीतिक संदेश मुख्यमंत्री द्वारा हाल ही में किया गया एक करोड़ रोजगार देने का ऐलान और 94 लाख गरीब परिवारों को दो-दो लाख रुपये देने का निर्णय है। इससे साफ है कि लगातार हो रही कैबिनेट बैठकों का केंद्र युवाओं, किसानों, महिलाओं और गरीब तबके को सीधी राहत देना है।






















