बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) के पहले चरण में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को गोपालगंज की हथुआ विधानसभा में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए अपने 20 साल के शासन का पूरा लेखा-जोखा पेश किया। उन्होंने कहा कि 2005 से पहले बिहार में कुछ भी व्यवस्थित नहीं था, बिजली की कमी थी, कानून का राज नहीं था और महिलाओं का कोई सामाजिक सशक्तिकरण नहीं हुआ था। नीतीश कुमार ने सभा में कहा कि उनकी सरकार बनने के बाद राज्य में कानून का राज और विकास की गति दोनों कायम हुई हैं।
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इस दौरान नीतीश कुमार ने मंच पर कैंडिडेट्स को खड़ा करवाकर कहा- इन सब लोगों की छतों पर सोलर पैनल लगवा देगा। भूलना मत। उम्मीदवारों ने भी सिर हिलाकर हामी भरी। CM ने कहा कि, ‘हम 5 पार्टियां साथ मैं हैं। सभी पार्टी के लोग जहां-जहां से खड़े हैं। सभी के कैंडिडेट्स को वोट दीजिए और जिताइए। इसके बाद मुख्यमंत्री ने लोगों से पूछा कि वोट दीजिएगा या नहीं। हाथ उठाकर बताइए वोट दीजिएगा या नहीं। ऐ उधर वाला हाथ नहीं उठाया है… उठाओ।’

मुख्यमंत्री ने बिहार के पहले की हालत का जिक्र करते हुए बताया कि पहले शाम होते ही लोग अपने घरों में बंद हो जाते थे और समाज में डर और भय का माहौल था। उन्होंने कहा कि पहले हिंदू-मुस्लिम विवाद आम थे, सड़कें खराब और पढ़ाई का स्तर बहुत कम था। अब राज्य में भाईचारा, शांति और कानून का शासन कायम है।
नीतीश कुमार ने समाज में सुधार के लिए किए गए कार्यों को भी विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि कब्रिस्तानों की सुरक्षा और घेराबंदी 2006 से शुरू की गई थी और अब बड़े पैमाने पर इसे लागू किया गया है। साथ ही 60 साल से पुराने हिंदू मंदिरों की सुरक्षा के लिए 2016 से पहल की गई, ताकि चोरी और अन्य घटनाओं से बचाव हो सके।

सभा में मुख्यमंत्री ने गोपालगंज के अलावा भोरे, कुचाइकोट और हथुआ के उम्मीदवारों के समर्थन में भी जोरदार प्रचार किया। भोरे से सुनील कुमार, कुचाइकोट से अमरेंद्र कुमार पांडेय और हथुआ से रामसेवक सिंह मैदान में हैं। नीतीश ने जनता से आग्रह किया कि विकास और शांति की दिशा में चल रही उनकी सरकार को और मजबूत करें।






















