बिहार पुलिस महकमे में लंबे समय से पदोन्नति (Bihar Police Promotion) का इंतजार कर रहे सिपाहियों के लिए बड़ी राहत की खबर सामने आई है। पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज (पीटीसी) से उत्तीर्ण 278 सिपाहियों को सहायक अवर निरीक्षक यानी एएसआई के पद पर पदोन्नत किया गया है। इस फैसले के साथ ही बिहार पुलिस मुख्यालय ने एक और महत्वपूर्ण आदेश जारी करते हुए इन सभी पदोन्नत कर्मियों को एएसआई पद पर पदभार ग्रहण करने की तिथि से अस्थायी स्थानापन्न कार्यकारी प्रभार का आर्थिक लाभ देने का निर्देश दिया है। इससे न सिर्फ पदोन्नत सिपाहियों का मनोबल बढ़ेगा, बल्कि उनकी सैलरी और सेवा शर्तों में भी सीधा फायदा होगा।
पुलिस मुख्यालय के डीआईजी (कार्मिक) द्वारा जारी आदेश के अनुसार, यह पदोन्नति उन सिपाहियों को दी गई है जिनकी नियुक्ति वर्ष 1999 से 2009 के बीच हुई थी और जिन्होंने पीटीसी की परीक्षा सफलतापूर्वक उत्तीर्ण की है। आदेश में स्पष्ट किया गया है कि पदोन्नति के साथ-साथ कार्यकारी प्रभार का आर्थिक लाभ भी उसी दिन से देय होगा, जिस दिन संबंधित कर्मी एएसआई पद का कार्यभार संभालेंगे। यह फैसला प्रशासनिक स्तर पर इसलिए भी अहम माना जा रहा है, क्योंकि इससे वर्षों से लंबित पदोन्नति प्रक्रिया को गति मिली है।
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हालांकि, पुलिस मुख्यालय ने इस आदेश में सख्त शर्तें भी तय की हैं। जिन पदाधिकारियों के खिलाफ किसी भी प्रकार की विभागीय कार्यवाही लंबित है, या जो निलंबन, सजा, निगरानी, फौजदारी अथवा आपराधिक मामले से जुड़े हुए हैं, उन्हें इस कार्यकारी प्रभार और उससे जुड़े आर्थिक लाभ का फायदा नहीं मिलेगा। इस प्रावधान के जरिए मुख्यालय ने यह संदेश दिया है कि पदोन्नति के साथ अनुशासन और सेवा रिकॉर्ड को भी प्राथमिकता दी जाएगी।
दूसरी ओर, सभी सिपाहियों को फिलहाल राहत नहीं मिली है। पुलिस मुख्यालय की केंद्रीय स्क्रीनिंग समिति ने 101 पीटीसी उत्तीर्ण सिपाहियों की पदोन्नति को विभिन्न कारणों से स्थगित रखा है। इन मामलों में अंतिम निर्णय से पहले संबंधित क्षेत्रीय चयन पर्षदों से विस्तृत अपडेट रिपोर्ट मांगी गई है। मुख्यालय ने इन रिपोर्टों को भेजने की अंतिम तिथि 15 जनवरी 2026 तय की है, जिसके बाद इन सिपाहियों की पदोन्नति पर फैसला लिया जाएगा।






















