पटना | बिहार पुलिस द्वारा भोजपुरी और अन्य भाषाओं के अश्लील गानों पर रोक लगाने की पहल को बड़े पैमाने पर समर्थन मिल रहा है। न केवल राज्य के प्रशासनिक अधिकारी, बल्कि फिल्म, संगीत और डिजिटल प्लेटफॉर्म से जुड़े कई बड़े नाम भी इस मुहिम के समर्थन में खुलकर सामने आए हैं।
फूहड़ गानों के खिलाफ सेलेब्रिटीज की एकजुटता
बिहार दिवस के अवसर पर मशहूर गायिका प्रिया मलिक ने इस पहल की सराहना करते हुए एक वीडियो साझा किया और कहा कि “जननी माता सीता की धरती पर स्त्रियों के सम्मान को ठेस पहुंचाने वाले अश्लील गानों पर रोक जरूरी है।” उन्होंने ऐसे आयोजकों और यूट्यूब पर फूहड़ कंटेंट फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
भोजपुरी फिल्मों के चर्चित अभिनेता विनय आनंद ने भी इस अभियान का समर्थन करते हुए कहा कि “पब्लिक प्लेसेज में द्विअर्थी गानों को जोर-जोर से बजाया जाता है, जो समाज में गलत प्रभाव डालते हैं। बिहार पुलिस द्वारा ऐसे गानों पर कार्रवाई करना एक सराहनीय कदम है।”
टीवी और फिल्म इंडस्ट्री से भी समर्थन
टीवी और सिनेमा की मशहूर अभिनेत्रियां रीना रानी और स्नेहा पल्लवी ने भी इस अभियान का समर्थन किया है। रीना रानी ने अपने वीडियो संदेश में कहा,
“भोजपुरी में अश्लीलता बढ़ रही है, जो हमारी संस्कृति के खिलाफ है। हमें इस पर रोक लगानी होगी और बिहार पुलिस के इस मिशन में साथ देना चाहिए।”
स्नेहा पल्लवी ने भी अपने संदेश में इस अभियान को महिला सुरक्षा और समाज की गरिमा से जोड़ते हुए कहा कि यह समय है जब हर व्यक्ति अपनी जिम्मेदारी समझे और फूहड़ता को बढ़ावा देने वालों का बहिष्कार करें।
डिजिटल इन्फ्लुएंसर्स भी अभियान में जुड़े
पटना की प्रसिद्ध ब्लॉगर सलोनी सिंह और लाइफस्टाइल इन्फ्लुएंसर करिश्मा भारद्वाज ने इस पहल के समर्थन में सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट किए और कहा कि “अश्लील गाने केवल मनोरंजन नहीं हैं, बल्कि समाज की मानसिकता पर बुरा असर डालते हैं। हमें इस अभियान से जुड़कर इसे पूरी तरह खत्म करने की जरूरत है।”
डीजीपी का स्पष्ट संदेश: अश्लीलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी
बिहार के पुलिस महानिदेशक (DGP) विनय कुमार ने कहा कि “अश्लीलता को किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि किसी आयोजन में ऐसे गाने बजाए जाते हैं, तो संबंधित व्यक्तियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई होगी।”
बिहार पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों को निर्देश दिया है कि अश्लील भोजपुरी गानों के प्रसारण पर सख्त निगरानी रखी जाए और यदि कोई व्यक्ति या संगठन ऐसे गीतों का प्रसारण करता है, तो प्राथमिकी दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाए।