बिहार पुलिस अपग्रेड हो रही है. क्रिमिनल्स का सफाया करने के लिए विभाग की तरफ से पुलिसकर्मियों को बेहद खास ट्रेनिंग दी जा रही है. जिसके बाद अब बिहार पुलिस नए फॉर्म में दिखेगी. देश में अंग्रेजों के समय से चले आ रहे कानून को बदल दिया गया है. दरअसल, पुलिस विभाग अपने कर्मियों के लिए क्लास लगवा रहा है. जिसमें उन्हें आपराधिक कानूनों में भी बदलाव और भारतीय न्याय सुरक्षा संहिता (BNSS) की बारीकियां समझाई जा रही है.
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इस ट्रेनिंग में पुलिसकर्मियों को सिर्फ कानून से जुड़ी जानकारियां ही नहीं बल्कि मॉडर्न टेक्नोलॉजी और नए तरीके से साक्ष्य सुरक्षित करने के गुर बताए जा रहे हैं. बदलते जमाने की पुलिसिंग को मजबूत करने के लिए सीआईडी के तहत एडवांस ट्रेनिंग स्कूल में यह ट्रेनिंग दी जा रही है. यहां हर महीने औसतन 350 पुलिस पदाधिकारियों को ट्रेनिंग होती है.
बिहार पुलिस अपने पदाधिकारियों को 15 दिनों की ट्रेनिंग देती है. जिसमें नए कानूनी ज्ञान और बीएनएसएस 2023 की प्रमुख धाराएं शामिल हैं. इसके अलावा डिजिटल फॉरेंसिक, सीसीटीवी विश्लेषण और मोबाइल डेटा ट्रैकिंग की भी ट्रेनिंग दी जा रही है. सबूतों को प्रमाणित करने और अपराधियों को सजा दिलाने के लिए नई तकनीक को भी शामिल किया जा रहा है. जिसमें डीएनए, फिंगरप्रिंट, फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी के प्रयोग की भी ट्रेनिंग दी जा रही है.






















