Bihar Politics: जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के वरिष्ठ नेता और मंत्री अशोक चौधरी ने जन सुराज के प्रमुख प्रशांत किशोर के खिलाफ ₹100 करोड़ का मानहानि केस दायर किया है। यह कदम प्रशांत किशोर द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों के बाद उठाया गया है, जिसने राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी है। प्रशांत किशोर ने अशोक चौधरी पर भ्रष्टाचार, जमीन घोटाले और बेनामी संपत्ति से जुड़े आरोप लगाते हुए कहा था कि उन्होंने 200 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध संपत्ति अर्जित की है।
दरअसल, प्रशांत किशोर ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी और जेडीयू के कई बड़े नेताओं को निशाने पर लिया। बीजेपी नेताओं मंगल पांडे, सम्राट चौधरी और संजय जायसवाल के साथ-साथ अशोक चौधरी का नाम भी आरोपों की सूची में शामिल था। विशेष रूप से अशोक चौधरी पर हमला बोलते हुए किशोर ने कहा कि उन्होंने अपने निजी सहायक योगेंद्र दत्त के जरिए विक्रम में 23 कट्ठा जमीन खरीदी और बाद में उसे अपनी बेटी शांभवी चौधरी के नाम पर कर दिया। किशोर का दावा है कि इस सौदे के लिए पहले 10 लाख रुपये और बाद में इनकम टैक्स की पूछताछ के बाद अतिरिक्त 25 लाख रुपये का लेनदेन किया गया।
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इसके अलावा, किशोर ने यह भी आरोप लगाया कि अशोक चौधरी और उनके परिवार का संबंध “मानव वैभव विकास ट्रस्ट” से है, जिसके जरिए 200 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति खरीदी गई है। उनका सवाल था कि इस ट्रस्ट के पास इतनी बड़ी मात्रा में धनराशि कहां से आई और इसमें चौधरी परिवार की वास्तविक भूमिका क्या है।
इन आरोपों का जवाब देते हुए अशोक चौधरी ने कानूनी रास्ता अपनाया और किशोर को नोटिस भेजकर एक सप्ताह के भीतर सबूत पेश करने या सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को कहा। नोटिस में यह भी स्पष्ट कर दिया गया है कि अगर किशोर ऐसा करने में नाकाम रहते हैं तो उनके खिलाफ न केवल मानहानि का मुकदमा चलेगा बल्कि 100 करोड़ रुपये का हर्जाना भी वसूला जाएगा।






















