बिहार की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। मधुबनी जिले के लौकहा से आरजेडी विधायक भरत भूषण मंडल (RJD MLA Bharat Bhushan Mandal) ने सोमवार (22 सितंबर 2025) को सुपौल जिले के छातापुर प्रखंड के बलुआ बाजार में आयोजित अति पिछड़ा चेतना संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पीएचईडी मंत्री नीरज कुमार सिंह बबलू के खिलाफ बेहद विवादित बयान दिया। उनके इस बयान के बाद प्रदेश की सियासत में नया बवाल खड़ा हो गया है।
सभा को संबोधित करते हुए विधायक भरत भूषण मंडल ने नीतीश कुमार पर जातीय राजनीति का आरोप लगाते हुए आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार से बड़ा “ऊंची जात का दलाल” बिहार में आज तक पैदा नहीं हुआ। मंडल ने दावा किया कि नीतीश कुमार पिछड़ों का अपमान करते हैं और सत्ता बचाने के लिए कभी ललन सिंह तो कभी विजय चौधरी के घर जाकर आराम फरमाते हैं। उन्होंने यहां तक कहा कि अररिया और झंझारपुर में यह तक लिखा जाता है कि “नीतीश जूता खाए खगड़िया में, आराम करे अररिया में।”
तेजस्वी यादव पर भड़के आनंद मोहन.. कहा- कलम बांटने और फेंकने में बहुत फर्क
इतना ही नहीं, आरजेडी विधायक ने स्थानीय विधायक और मंत्री नीरज कुमार सिंह बबलू को भी निशाने पर लिया। उन्होंने आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए बबलू सिंह को “टुच्चा नेता” बताया और समर्थकों से अपील की कि उन्हें “मिट्टी में दफना दो” और किसी भी हाल में वोट न दें। इस दौरान मंडल ने कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे आरजेडी नेता बैद्यनाथ मेहता को आगामी विधानसभा चुनाव में जिताने की अपील की।
अपने भाषण में भरत भूषण मंडल ने बीजेपी और कांग्रेस को भी कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियों के शीर्ष पदों पर हमेशा ब्राह्मण नेता ही रहते हैं और पिछड़ों व दलितों को लगातार दबाया जा रहा है। उन्होंने लालू प्रसाद यादव को गरीबों और पिछड़ों का असली नेता बताया और कहा कि आज भी ऊंची जात के लोग सत्ता पर काबिज होने की साजिश कर रहे हैं। मंच से उन्होंने नारा दिया – “वोट हमारा, राज तुम्हारा… अब नहीं चलेगा।”






















