बिहार की राजनीति में बयानबाजी और विवादों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला मोतिहारी के कोटवा प्रखंड का है, जहां राजद सुप्रीमो लालू यादव ने राजद विधायक मनोज कुमार यादव के पिता स्व. यमुना यादव की 11वीं पुण्यतिथि पर आयोजित सभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि बिहार में अगली सरकार तेजस्वी यादव की बनेगी और कोई माई का लाल इसे रोक नहीं सकता। लेकिन इस कार्यक्रम में मंच पर बार बालाओं के नृत्य ने सियासत को गर्मा दिया है।
बार बालाओं के डांस पर बवाल, JDU ने किया तीखा हमला
लालू यादव के इस कार्यक्रम में बार बालाओं के डांस को लेकर विपक्ष ने जोरदार हमला बोला है। जेडीयू एमएलसी नीरज कुमार ने इसे ‘राजनीतिक अपसंस्कृति’ बताते हुए कहा कि भीड़ जुटाने के लिए इस तरह के आयोजन किए गए। उन्होंने राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि, “यही लालूवाद विचारधारा है—नाचो, मंच हमारा है!”
नीरज कुमार ने यह भी कहा कि तेजस्वी यादव को अब इस पर अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए और बताना चाहिए कि इस तरह के आयोजनों के लिए कौन जिम्मेदार है। उन्होंने लालू यादव के इस रवैये को ‘राजनीतिक नैतिकता का पतन’ करार दिया और सोशल मीडिया पर वीडियो साझा करते हुए तंज कसा कि “बार बालाओं का नृत्य, राजद नेताओं की उपस्थिति में, आखिर बिहार की राजनीति को कहां ले जाएगा?”
‘माई का लाल’ वाले बयान पर घमासान
लालू यादव के इस दावे कि “इस बार तेजस्वी मुख्यमंत्री बनेंगे और कोई माई का लाल उन्हें रोक नहीं सकता,” पर भी जेडीयू ने करारा जवाब दिया। नीरज कुमार ने पलटवार करते हुए कहा कि “बिहार का हर युवा माई का लाल है, जो Land for Job घोटाले के आरोपी तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनने से रोकेगा!”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि तेजस्वी यादव को ‘राजनीतिक पितृदोष’ लगा हुआ है और वे इससे उबर नहीं पाएंगे। उनका इशारा सीधे-सीधे लालू यादव के कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार और कानूनी मामलों की ओर था।