राजद (RJD) के राज्यसभा सांसद प्रो. मनोज झा (Manoj Jha Statement on Bihar Politics) ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर एक गहरी और राजनीतिक रूप से अहम पोस्ट साझा की है, जो बिहार की राजनीति की दिशा और उद्देश्य पर बड़ा सवाल उठाती है। मनोज झा ने अपने संदेश में स्पष्ट कहा कि तेजस्वी यादव और पूरा महागठबंधन (Mahagathbandhan) लगातार इस बात पर जोर दे रहे हैं कि अब राजनीति को अपने मूल उद्देश्य — जनता के जीवन में सुधार की ओर लौटना चाहिए।
झा ने लिखा कि राजनीति का असली मकसद केवल सत्ता पाना नहीं, बल्कि रोजगार के अवसर पैदा करना, सामाजिक सुरक्षा को मजबूत बनाना और बेहतर स्वास्थ्य व शिक्षा ढांचा तैयार करना है। उन्होंने कहा कि जो राजनीति भूख, बेरोजगारी और आम नागरिकों की आकांक्षाओं पर बात नहीं करती, वह “खोखली राजनीति” है।
राज्यसभा सांसद ने आगे लिखा कि अब समय आ गया है कि धार्मिक घृणा और विभाजन की राजनीति को एक निर्णायक और बुलंद ‘ना’ कहा जाए। उनका कहना है कि ऐसी राजनीति लोगों का ध्यान असली मुद्दों — जैसे गरीबी, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार — से भटकाती है। झा ने कहा कि बिहार का भविष्य “सांप्रदायिक नारों में नहीं, बल्कि समान अवसर, गरिमा और जनकल्याण की नीतियों” में छिपा है। उन्होंने अपने संदेश के अंत में लिखा — “न्याय, समानता और आर्थिक सशक्तिकरण पर आधारित राजनीति ही लोकतंत्र और सामाजिक सौहार्द का असली आधार है… जय हिंद!”