राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि जब सरकार को बिहार की भलाई के लिए योजनाएं और नीतियां लागू करनी थीं, उस समय वे चुप रहे, लेकिन अब जब उनकी सरकार की विदाई तय है, तो वे दिखावटी कवायद कर रहे हैं। तिवारी ने दावा किया कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने लगातार हर दिन सरकार से बेरोजगारी, गरीबी, पलायन, उद्योग, अपराध और भ्रष्टाचार जैसे सवाल पूछे, लेकिन सत्ता पक्ष ने कभी कोई जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि बिहार आज भी बेरोजगारी और गरीबी में सबसे ऊपर है, उद्योग-धंधे नहीं लग पाए, लाखों युवाओं को पलायन के लिए मजबूर होना पड़ा और अपराधी तांडव मचाते रहे। इसके बावजूद सरकार जनता को गुमराह करने का काम कर रही है।
राजद प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार ने तेजस्वी यादव के विजन और सोच को चुरा लिया, लेकिन असलियत यह है कि अब बिहार की जनता इस व्यवस्था से पूरी तरह निराश हो चुकी है। उन्होंने कहा कि इस सरकार ने जितना बिहार को बर्बाद करना था, उतना कर दिया और अब राज्य की जनता तेजस्वी यादव के हाथों में भविष्य सौंपने का मन बना चुकी है।
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वहीं, भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय की उस टिप्पणी पर भी मृत्युंजय तिवारी ने पलटवार किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि “बिहार के लोग मेहनतकश और ईमानदार हैं, लेकिन कांग्रेस नेताओं की नजर में वे गंदे कपड़े पहनने वाले हैं।” तिवारी ने जवाब देते हुए कहा कि भाजपा नेताओं को यह ज्ञान सिर्फ वोट मांगने के समय याद आता है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि महाराष्ट्र और गुजरात में भाजपा की सरकारों के दौरान बिहारियों को पीटकर भगाया जाता है, तब इन्हें यह याद नहीं आता कि बिहारी मेहनतकश हैं। अब बिहार पर ममता जताना केवल सियासी नाटक है।
उन्होंने कहा कि भाजपा को सिर्फ “विक्ट्री बिहार से और फैक्ट्री गुजरात में” चाहिए, लेकिन बिहार की जनता अब इस दोहरे रवैये को समझ चुकी है। जनता विकास, रोजगार और सम्मान चाहती है और यही कारण है कि बिहार का भविष्य तेजस्वी यादव के विजन और उनकी नीतियों से जुड़ रहा है।






















