बिहार की सियासत में इस समय कुछ ऐसा चल रहा है जो आम तौर पर सिर्फ सोशल मीडिया पर देखने को मिलता है। आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव — जो कभी कृष्ण बनते हैं तो कभी पायलट — अब भारत-पाक तनाव के बीच खुद को युद्ध के लिए पेश कर रहे हैं। उन्होंने लगातार दूसरे दिन पीएम नरेंद्र मोदी से युद्ध में शामिल होने की ‘इजाजत’ मांगी है।
तेज प्रताप ने ट्विटर पर लिखा कि वे ‘वायुयान चालाक’ की भूमिका निभाने को तैयार हैं और सीमा पर दुश्मनों के खिलाफ लड़ना चाहते हैं। उन्होंने पायलट की ड्रेस में अपनी एक तस्वीर भी साझा की और लिखा कि यदि देश की रक्षा करते हुए उनके प्राण चले जाएं, तो वह इसे सौभाग्य मानेंगे।
दीपा मांझी का तीखा वार:
जहां तेज प्रताप देशभक्ति में डूबे नजर आ रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ जीतन राम मांझी की बहू दीपा मांझी ने उन्हें आड़े हाथों लिया है। उन्होंने ट्वीट कर तंज कसा— “तेजू भैया काहे एतना बेताब है? हवा में उड़ने की इतनी जल्दी? वैसे भी आपके पास वैध पायलट लाइसेंस नहीं, एक्सपायर्ड ‘उड़ान रेडियो टेलीफोन प्रचालक’ लाइसेंस है।”
दीपा यहीं नहीं रुकीं। उन्होंने तेज प्रताप की बहनों मीसा और रोहिणी को भी लपेटे में लेते हुए लिखा कि युद्ध के लिए आवेदन देते समय उन दोनों MBBS टॉपर बहनों के आवेदन भी साथ लगा देना चाहिए। कोरोना काल में न दिखने वाली ‘डॉ दीदी’ अब सेना में सेवा दें!
तेज प्रताप यादव की यह ‘युद्ध याचिका’ क्या सिर्फ देशभक्ति का इज़हार है या आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनज़र एक प्रचार रणनीति? ये सवाल अब बिहार की सड़कों से लेकर सोशल मीडिया तक पर छा गए हैं। वहीं दूसरी ओर, बीजेपी और सहयोगी दलों के नेता इस बयानबाजी को गैर-जिम्मेदार और हास्यास्पद बता रहे हैं।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद तेज तनाव का असर
तेज प्रताप यादव का यह ‘सैनिक अवतार’ उस वक्त सामने आया है जब भारत और पाकिस्तान के बीच ऑपरेशन सिंदूर के बाद सैन्य तनाव बना हुआ है। इस पृष्ठभूमि में, तेज प्रताप की ये भावनाएं कई लोगों को ‘प्रेरणा’ लगी, तो कईयों को ‘नाटक’।