बिहार में 2025 विधानसभा चुनाव की आहट के साथ ही राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। नेताओं के दल बदलने का सिलसिला शुरू हो चुका है और इसका असर छोटे-बड़े सभी राजनीतिक दलों पर पड़ रहा है। इसी कड़ी में प्रशांत किशोर के नेतृत्व वाली जनसुराज पार्टी को गोपालगंज में बड़ा झटका लगा है।
प्रशांत किशोर की “बिहार बदलाव यात्रा” के तहत 13 अगस्त को होने वाले जनसंवाद कार्यक्रम से ठीक पहले पार्टी के दो प्रभावशाली नेताओं ने इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थाम लिया। यह कदम ऐसे समय उठाया गया है जब जनसुराज गांव-गांव में संगठन को मजबूत करने का दावा कर रही थी।
जानकारी के मुताबिक, बरौली विधानसभा के जिला परिषद क्षेत्र संख्या-24 के प्रतिनिधि विकास कुमार सिंह और साफापुर पंचायत के मुखिया व मांझा मुखिया संघ के अध्यक्ष मंटू सिंह अपने समर्थकों के साथ पटना स्थित बीजेपी प्रदेश कार्यालय में आयोजित मिलन समारोह में शामिल हुए। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई और पारंपरिक अंदाज में गमछा ओढ़ाकर स्वागत किया। इस मौके पर मिठाई बांटकर जश्न भी मनाया गया।
विकास कुमार सिंह जनसुराज के संस्थापक सदस्य और स्टेट कोर कमिटी के सदस्य रहे हैं। वे पश्चिमी चंपारण के प्रभारी भी रह चुके हैं। हाल ही में सोशल मीडिया पर उन्होंने इस्तीफे की घोषणा की थी और साफ किया था कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “सबका साथ, सबका विकास” के नारे से प्रभावित होकर बीजेपी में शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब वे एक सामान्य कार्यकर्ता के रूप में पार्टी के लिए पूरी निष्ठा से काम करेंगे।
इसी तरह मंटू सिंह ने भी भाजपा में शामिल होते हुए कहा कि वे 2025 विधानसभा चुनाव में एनडीए की सरकार बनाने के लिए पूरी ताकत से काम करेंगे। इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष धीरेन्द्र कुमार, अशोक साहनी, प्रदेश मंत्री संतोष रंजन राय, गोपालगंज के पूर्व जिलाध्यक्ष विनोद सिंह समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे।






















