Bihar Election 2025: सिवान जिले की दरौली सीट पर मंगलवार को उस वक्त सियासी भूचाल आ गया जब भाकपा (माले) के प्रत्याशी सत्यदेव राम को नामांकन के ठीक पहले पुलिस ने हिरासत में ले लिया। गिरफ्तारी के बाद बिहार की राजनीति में हलचल तेज हो गई है और विपक्ष ने इसे लोकतांत्रिक आवाज़ दबाने की साजिश करार दिया है।
नामांकन के लिए जाते वक्त पुलिस द्वारा रोके जाने पर सत्यदेव राम ने पत्रकारों से कहा कि उन्हें एक “फर्जी मुकदमे” में फंसाया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह कदम भाजपा-एनडीए सरकार के इशारे पर उठाया गया है ताकि दरौली में वामपंथी आवाज़ को कुचला जा सके। माले प्रत्याशी ने कहा कि वे किसी भी साज़िश से डरने वाले नहीं हैं और गरीबों, मजदूरों और दलितों के हक़ की लड़ाई जारी रखेंगे।
सत्यदेव राम ने कहा, “भाजपा और एनडीए हमें जितना दबाने की कोशिश करेगी, हम उतनी ही ताक़त से उठ खड़े होंगे। दरौली की जनता जानती है कि किसने उनके अधिकारों के लिए संघर्ष किया और किसने उन्हें धोखा दिया।” उन्होंने दावा किया कि इस बार जनता “लाल झंडे” को फिर से सत्ता के गलियारों में पहुंचाएगी।






















