दो दिन पूर्व केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल (Sarbananda Sonowal) ने बांग्लादेश के रास्ते गुवाहाटी के लिए मालवाहक जहाज लालबहादुर शास्त्री (Cargo Ship Lal Bahadur Shastri) को हरी झंडी दिखाकर हरी झंडी दिखाई थी। शनिवार को पटना सिटी के गायघाट से 200 टन खाद्यान्न लेकर बांग्लादेश के रास्ते गुवाहाटी के लिए मालवाहक जहाज कच्चीदरगाह पीपापूल बंद रहने के कारण खड़ी रही। शनिवार को चली मालवाहक जहाज मात्र 11 किलोमीटर चलकर तीन दिनों तक खड़ी रही। तीसरे दिन रविवार को स्थानीय लोगों व प्रशासन के सक्रियता से पीपापूल को खोला गया और लगभग 11 बजे कच्चीदरगाह पीपापूल से मालवाहक जहाज को पार कराया गया।
दूरी 25 दिनों में तय करना था
बताते चलें कि कच्चीदरगाह के बाद अगला पीपापूल लगभग 27 किलोमीटर की दूरी पर बख्तियारपुर के पास ग्यासपुर पीपापूल है, जहां मालवाहक को पुनः फंस जाने की आशंका है। जिसके कारण और भी विलंब हो सकता है। जिस तरह से पटना से रवाना होने में पीपा पुल बाधक बन गया। उससे तो जहाजों का निर्बाध आवागमन भविष्य में भी प्रभावित होने से इंकार नहीं किया जा सकता। जहाज को 2350 किलोमीटर की दूरी को 25 दिनों में तय करना था, जिसमें तीन दिन कच्चीदरगाह में फंसे रहने के कारण ही गुजर गया।