बिहार में टैलेंट की कमी नहीं है। यह तो सभी जानते है। इसे प्रमाणित भी यहां के बेटे-बेटियां करते रहते हैं। पटना की दो बेटियों में गजब का टैलेंट है। एक में छिपकली वाला गुण है तो दूसरी पर मां सरस्वती की कृपा। दानापुर निवासी 11 वर्षीय अक्षिता दीवारों पर और घर की पिलरों पर इस कदर चढ़ती है, जैसे छिपकली हो। बिना किसी सहारे के पिलरों पर रेंगती और दौड़ती है। अक्षिता घर के 12 फीट के पिलर पर इतना चिकना है कि उस पर हाथ ठहरना भी मुश्किल होता, लेकिन अक्षिता और उनकी बहन कृपिता उस पर बिना किसी सहारे के धड़ाधड़ चढ़ जाती हैं।
7वीं की छात्रा है अक्षिता
अक्षिता संत कैरेंस स्कूल में सातवीं की छात्रा है। यह बिना किसी प्रशिक्षण के चिकने दीवार पर चढ़ना सीखी है। बताती हैं कि उन्होंने घर में जब उनके माता-पिता नहीं थे तो अचानक दीवाल पर चढ़ने की कोशिश की और फिर उस पर तेजी से चलना शुरू कर दिया। मां-पिता ने यह देखा तो वह आश्चर्यचकित रह गए। पहले तो उन्होंने ऐसा करने से मना किया, लेकिन अक्षिता ने अपना रिहर्सल मां और पिता की अनुपस्थिति में अपना अभ्यास जारी रखा। अब वह घर की दीवारों पर इस कदर चढ़ती हैं, जैसे छिपकली दीवारों पर रेंगती है। उनके पिता अजीत कुमार गुप्ता का कहना है कि उन्हें उनकी बेटियों के इस टैलेंट पर काफी गर्व है और वे चाहते हैं आगे चलकर उनकी बेटियां यह 12 फीट नहीं, बल्कि हिमालय की चोटियों पर बिहार का परचम लहराए।
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कृपिता को शिव स्तुति कंठस्थ याद है
अक्षिता की छोटी बहन कृपिता 9 साल की है। यह संत कैरेंस स्कूल में चौथी की छात्रा है। इतनी छोटी उम्र में अक्षिता की बहन ने दीवारों पर चढ़ना तो सीख लिया है। इतना ही नहीं शिव स्तुति भी कंठस्थ याद कर रखा है। कृपिता ने बताया कि बचपन में जब मां को पूजा के घर में शिव स्तुति पढ़ते दिखती थी तो वह उनकी पूजा से सुनकर याद कर लिया, जिस श्लोक को शुद्ध-शुद्ध पढ़ने में अच्छे-अच्छों की बोलती बंद हो जाती है, वह शिव श्लोक को कपिता बखूबी इस कदर पड़ती हैं जैसे इन्होंने इसे याद करने के लिए वर्षों समय गुजारा है। मां संगीता गुप्ता का कहना है कि बचपन से ही उनकी दोनों बेटियां काफी टैलेंटेड हैं।