Bihar Vidhan Sabha: बिहार विधानसभा के मॉनसून सत्र के समापन दिन भी शांति नहीं बरप सकी। विपक्ष के जोरदार हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही महज कुछ मिनटों तक ही चल पाई, जिसके बाद स्पीकर ने इसे दोपहर ढाई बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। इससे पहले सुबह की पहली पाली में भी सिर्फ 5 मिनट तक ही सदन चल पाया था।
सदन में अराजकता: क्या हुआ आखिरी दिन?
बिहार विधानसभा का मॉनसून सत्र अपने अंतिम दिन भी विवादों और हंगामे से घिरा रहा। विपक्षी दलों ने वोटर लिस्ट सुधार, शिक्षा नीति और रोजगार मुद्दों को लेकर सरकार पर निशाना साधा। जब विपक्षी सदस्यों ने स्पीकर के आदेशों की अवहेलना करते हुए वेल में आकर नारेबाजी शुरू कर दी, तो सदन का माहौल पूरी तरह बिगड़ गया।
स्पीकर ने कार्यवाही को संयत करने की कई कोशिशें कीं, लेकिन विपक्ष के सदस्य शांत नहीं हुए। इसके बाद उन्होंने सदन को दोपहर 2:30 बजे तक के लिए स्थगित करने का आदेश दिया। इससे पहले सुबह की पहली पाली में भी सिर्फ 5 मिनट तक ही सदन चल पाया था, जिसके बाद हंगामे के कारण कार्यवाही रोकनी पड़ी।
विपक्षी दलों ने सरकार पर जनहित के मुद्दों को अनदेखा करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि सरकार विधानसभा में गंभीर चर्चा से बच रही है। राजद के नेता तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि सरकार युवाओं को रोजगार देने के वादे से मुकर रही है और विधानसभा में बहस से भाग रही है।
वहीं, कांग्रेस के विधायकों ने शिक्षा व्यवस्था में सुधार और शिक्षक भर्ती में पारदर्शिता की मांग को लेकर हंगामा किया। विपक्ष ने स्पष्ट किया कि जब तक सरकार इन मुद्दों पर जवाब नहीं देगी, वे सदन की कार्यवाही बाधित करते रहेंगे।