Bihar Vote Adhikar Yatra 2025: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक माहौल गरमा चुका है। मतदाता सूची पुनरीक्षण (SIR) में कथित गड़बड़ियों और वोट चोरी के आरोपों को लेकर कांग्रेस ने अब सीधा मोर्चा खोल दिया है। पार्टी ने 17 अगस्त से ‘वोट अधिकार यात्रा’ शुरू करने का ऐलान किया है, जिसकी शुरुआत ऐतिहासिक सासाराम से होगी। कांग्रेस का दावा है कि यह यात्रा सिर्फ चुनावी रणनीति नहीं, बल्कि लोकतंत्र, संविधान और ‘वन मैन, वन वोट’ के सिद्धांत की रक्षा का निर्णायक संग्राम है।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार को सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, “17 अगस्त से वोट अधिकार यात्रा के साथ हम बिहार की धरती से वोट चोरी के ख़िलाफ़ सीधी लड़ाई छेड़ रहे हैं। यह सिर्फ़ एक चुनावी मुद्दा नहीं है, बल्कि लोकतंत्र और संविधान की रक्षा का निर्णायक संग्राम है। हम पूरे देश में स्वच्छ मतदाता सूची बनवाकर ही रहेंगे। युवा, मज़दूर, किसान – हर नागरिक उठो और इस जनांदोलन से जुड़ो। अब की बार, वोट चोरों की हार – जनता की जीत, संविधान की जीत।”
इस यात्रा के जरिए कांग्रेस और महागठबंधन का लक्ष्य एसआईआर में हुई कथित अनियमितताओं के खिलाफ जनसमर्थन जुटाना है। पार्टी का आरोप है कि चुनाव आयोग की मनमानी और प्रशासनिक गड़बड़ियों के कारण बिहार में लाखों लोगों को मतदाता सूची से बाहर कर दिया गया है। इस मुद्दे पर कांग्रेस के साथ राजद और महागठबंधन के अन्य दल भी एकजुट हैं।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार, बिहार प्रभारी कृष्णा अलावरू, यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय और राजद के सांसद अभय कुशवाहा सहित कई बड़े नेता यात्रा की तैयारियों में जुटे हैं। बुधवार को सासाराम में महागठबंधन के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में तय किया गया कि यात्रा की शुरुआत भव्य सभा के साथ रेलवे स्टेडियम से होगी।
केसी वेणुगोपाल ने कहा कि सासाराम ऐतिहासिक और राजनीतिक बदलाव की धरती रही है, इसलिए ‘वोट अधिकार यात्रा’ के शुभारंभ के लिए इसे चुना गया है। कांग्रेस और राजद नेता तेजस्वी यादव इस यात्रा का नेतृत्व करेंगे। महागठबंधन का दावा है कि यह आंदोलन न केवल बिहार बल्कि पूरे देश में मतदाता अधिकारों को लेकर नई राजनीतिक दिशा तय करेगा।






















