Bihar Women 10000 Scheme: बिहार में चुनावी माहौल के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए बड़ा कदम उठाया है। राज्य सरकार ने घोषणा की है कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की 50 लाख महिलाओं के बैंक खातों में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के जरिए 10,000 रुपये की राशि भेजी जाएगी। यह योजना महिलाओं को स्वरोजगार की दिशा में प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से शुरू की गई है, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और अपनी आर्थिक स्थिति सुधार सकें।
इस योजना के अनुसार यह प्रावधान रखा गया है कि पहली किस्त के बाद छह महीने का आकलन करने पर पात्र महिलाओं को दो लाख रुपये तक की अतिरिक्त सहायता भी मिल सकती है। इस पहल से महिलाएं अपना व्यवसाय शुरू करने के साथ उसे विस्तार भी दे सकेंगी।
अब तक 1 करोड़ 5 लाख से अधिक जीविका दीदियों ने इस योजना के लिए आवेदन किया है। खास बात यह है कि 1 लाख 40 हजार से ज्यादा महिलाएं स्वयं सहायता समूह से जुड़ने के लिए आगे आई हैं। लाभ केवल उन्हीं परिवारों की महिलाओं को मिलेगा जिनमें पति-पत्नी और अविवाहित बच्चे हैं। इसके अलावा, अविवाहित महिलाएं जिनके माता-पिता नहीं हैं, वे भी पात्र होंगी। आवेदक की उम्र 18 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए और परिवार में कोई आयकर दाता या सरकारी कर्मचारी नहीं होना चाहिए।
आवेदन प्रक्रिया भी सरल रखी गई है। ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं अपने ग्राम संगठन के माध्यम से आवेदन कर सकती हैं, जबकि शहरी क्षेत्रों की महिलाएं जीविका की आधिकारिक वेबसाइट www.brlps.in पर ऑनलाइन आवेदन कर सकती हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए कि अधिक से अधिक महिलाएं योजना से जुड़ें, सरकार ने गांव से लेकर प्रखंड स्तर तक कार्यक्रमों का आयोजन करने का निर्देश दिया है।
पहले चरण में 5,000 करोड़ रुपये की राशि खर्च कर सीधे 50 लाख महिलाओं के बैंक खातों में 10,000 रुपये जमा किए जाएंगे। भविष्य में योजना का दायरा और बढ़ाया जाएगा ताकि बिहार की हर पात्र महिला तक आर्थिक सहायता पहुंच सके। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का लक्ष्य है कि राज्य की महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त होकर न केवल अपने परिवार की आय में योगदान दें बल्कि स्वरोजगार के क्षेत्र में उदाहरण पेश करें।
इस योजना का शुभारंभ पटना से होगा, जहां मुख्यमंत्री खुद कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे। सभी 38 जिलों में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बड़े कार्यक्रम होंगे। प्रखंड और ग्राम स्तर पर भी समारोह आयोजित होंगे, जिनका लाइव प्रसारण किया जाएगा। अनुमान है कि इन आयोजनों में लाखों महिलाएं शामिल होंगी, जिससे योजना को व्यापक जनसमर्थन मिलेगा।
















