Bima Bharti: बिहार की राजनीति में एक नया विवाद तब खड़ा हो गया जब विधायकों की खरीद-फरोख्त के मामले में आरजेडी नेता और पूर्व मंत्री बीमा भारती सोमवार को आर्थिक अपराध इकाई (EOU) की पूछताछ के लिए हाजिर नहीं हुईं। यह मामला फरवरी 2024 में हुए विश्वास प्रस्ताव के दौरान सत्ता पक्ष के विधायकों को प्रलोभन देने की घटना से जुड़ा है, जिसमें EOU ने बीमा भारती समेत चार लोगों को नोटिस जारी कर बुलाया था।
क्या है पूरा मामला?
साल 2024 में बिहार विधानसभा में हुए विश्वास मत के दौरान आरोप लगे थे कि महागठबंधन के नेताओं ने एनडीए विधायकों को करोड़ों रुपये के प्रलोभन देकर अपने पक्ष में मतदान करने का प्रयास किया था। इस मामले में EOU ने बीमा भारती के अलावा औरंगाबाद के प्रमोद कुमार, वैशाली के संजय पटेल और सन्नी कुमार को भी पूछताछ के लिए बुलाया था। मुख्य आरोपी वैशाली के ई सुनील से पहले ही एक दौर की पूछताछ हो चुकी है।
EOU द्वारा एक बार फिर बीमा भारती को दोबारा नोटिस जारी कर बुलाया जाएगा। अगर वह इस बार भी पूछताछ के लिए हाजिर नहीं होती हैं, तो जांच एजेंसी उनके खिलाफ कोर्ट से वारंट प्राप्त करने की प्रक्रिया शुरू करेगी। यह मामला इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें विधायकों को रिश्वत देकर विधानसभा प्रक्रिया को प्रभावित करने का गंभीर आरोप है।