बैंकॉक: थाईलैंड की प्रधानमंत्री पैतोंगटार्न शिनावात्रा ने गुरुवार को बैंकॉक में आयोजित BIMSTEC (बे ऑफ बंगाल इनिशिएटिव फॉमल्टी-सेक्टोरल टेक्निकल एंड इकोनॉमिक कोऑपरेशन) रात्रिभोज में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अन्य राष्ट्राध्यक्षों और सरकार प्रमुखों का गर्मजोशी से स्वागत किया। इस आयोजन में बांग्लादेश, भूटान, भारत, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका और थाईलैंड जैसे सदस्य देशों के झंडे प्रमुखता से प्रदर्शित किए गए, जो इस क्षेत्रीय सहयोग संगठन की एकजुटता का प्रतीक थे।
BIMSTEC का छठा शिखर सम्मेलन, जो 3 अप्रैल को शुरू हुआ, क्षेत्रीय विकास, कनेक्टिविटी और आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। इस दौरान पीएम मोदी ने थाईलैंड की पीएम पैतोंगटार्न शिनावात्रा के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की और दोनों नेताओं ने भारत-थाईलैंड के ऐतिहासिक संबंधों को और मजबूत करने पर चर्चा की। यह संबंध साझा सांस्कृतिक, दार्शनिक और आध्यात्मिक परंपराओं पर आधारित हैं। पैतोंगटार्न शिनावात्रा, जो 2024 में थाईलैंड की 31वीं और सबसे युवा (38 वर्ष की आयु में) प्रधानमंत्री बनीं, ने इस आयोजन में क्षेत्रीय नेताओं के साथ मेलजोल बढ़ाने का अवसर प्राप्त किया। इस रात्रिभोज में बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार यूनुस भी मौजूद थे, जिन्हें पीएम मोदी के साथ देखा गया।
BIMSTEC, जो 1997 में स्थापित हुआ, बे ऑफ बंगाल क्षेत्र के देशों के बीच आर्थिक और सांस्कृतिक सहयोग को बढ़ावा देता है। संगठन में 21.7% वैश्विक आबादी शामिल है और इसका संयुक्त सकल घरेलू उत्पाद (GDP) 3.8 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर है। हाल के दिनों में थाईलैंड में आयोजित बैठकों में कृषि, पर्यटन और ‘विजन 2030’ घोषणा जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया गया है, जिसे इस शिखर सम्मेलन में अपनाया जाएगा। इस अवसर पर पीएम मोदी को थाईलैंड की ओर से “द वर्ल्ड तिपिटक: सज्झाय फोनेटिक एडिशन” भेंट किया गया, जो भगवान बुद्ध की शिक्षाओं का एक पवित्र संकलन है। यह सांस्कृतिक और आध्यात्मिक कूटनीति का एक महत्वपूर्ण क्षण था।