बिहार की सियासी फिजा में चुनावी हलचल तेज हो चुकी है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस दोनों ही दल विधानसभा चुनाव की तैयारी में पूरी ताकत झोंकते नजर आ रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर राहुल गांधी तक, बड़े नेता बिहार में लगातार दौरे कर रहे हैं, जिससे राज्य की राजनीति गरमा गई है।
BJP का ‘सुपर एक्टिव मोड’, पीएम मोदी का हर महीने बिहार दौरा?
लोकसभा चुनाव के बाद से ही BJP पूरी तरह से बिहार पर फोकस कर रही है। बीते कुछ महीनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान जैसे बड़े दिग्गज बिहार का दौरा कर चुके हैं।
पीएम मोदी अप्रैल में चौथी बार बिहार आ रहे हैं। इससे पहले वे जमुई, भागलपुर और दरभंगा का दौरा कर चुके हैं और अब उनका चौथा दौरा मधुबनी में होगा। माना यह जा रहा है कि बिहार में चुनाव के कारण पीएम मोदी अब हर महीने एक बार बिहार आ सकते हैं, ताकि आगामी विधानसभा चुनाव के लिए माहौल तैयार किया जा सके।
24 अप्रैल को बिहार में राष्ट्रीय पंचायत दिवस, PM करेंगे योजनाओं का ऐलान
जानकारी के मुताबिक, 24 अप्रैल को देश में राष्ट्रीय पंचायत दिवस बिहार में आयोजित किया जाएगा, जिसमें पीएम मोदी हिस्सा लेंगे। इस दौरान वे हजारों करोड़ की पंचायती राज योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। इसके अलावा, पटना हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन के लोकार्पण और बिहटा एयरपोर्ट के शिलान्यास की भी संभावना है। इस दौरे को लेकर केंद्रीय पंचायती राज मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की है।
राहुल गांधी भी बढ़ा रहे सक्रियता, सात अप्रैल को फिर बिहार दौरा
दूसरी ओर, कांग्रेस भी विधानसभा चुनाव की तैयारी में तेजी ला रही है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी इस साल अब तक दो बार बिहार दौरा कर चुके हैं, और अब सात अप्रैल को तीसरी बार बिहार आ रहे हैं।
राहुल गांधी इस दौरे के दौरान श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित संविधान सुरक्षा सम्मेलन में हिस्सा लेंगे और सामाजिक कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे। यह कार्यक्रम महात्मा गांधी के नमक सत्याग्रह की याद में आयोजित किया जा रहा है, जिससे कांग्रेस बिहार में अपनी विचारधारा को मजबूती देना चाहती है।
BJP और कांग्रेस की सक्रियता से बिहार में बढ़ा सियासी पारा
भाजपा और कांग्रेस, दोनों ही दलों की यह बढ़ती सक्रियता साफ संकेत दे रही है कि बिहार का आगामी विधानसभा चुनाव बेहद दिलचस्प और कड़ा मुकाबला होने वाला है। एक ओर BJP पीएम मोदी के करिश्मे और विकास योजनाओं को भुनाने की तैयारी में है, तो दूसरी ओर कांग्रेस राहुल गांधी के नेतृत्व में सामाजिक मुद्दों और संविधान की रक्षा के एजेंडे को आगे बढ़ा रही है।
अब सवाल यह है कि बिहार की जनता किसे अपना समर्थन देगी? क्या मोदी मैजिक बिहार में फिर से चलेगा, या राहुल गांधी अपनी रणनीति से नया समीकरण बना पाएंगे? चुनावी समर का यह खेल और दिलचस्प होने वाला है।