बिहार की सियासत एक बार फिर गरमा गई है। AIMIM विधायक और प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर दिए गए विवादित बयान ने राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है। इस बयान पर बीजेपी और जेडीयू दोनों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। मंगलवार को बीजेपी के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा, “अख्तरुल ईमान का बयान न सिर्फ निंदनीय है, बल्कि देशद्रोह के दायरे में आता है। ऐसे बयान देने वालों पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। प्रशासन से मांग करता हूं कि उनके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं। अगर उन्हें भारत से इतनी ही नफरत है तो वह पाकिस्तान चले जाएं।”
पटेल ने आगे कहा, “पीएम मोदी देश की आकांक्षा के प्रतीक हैं। उन्होंने अपने कार्यकाल में भारत को विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। ‘सबका साथ, सबका विकास’ के सिद्धांत पर चलते हुए मोदी सरकार ने सभी वर्गों के लिए काम किया है।” उन्होंने वक्फ विधेयक पर बोलते हुए कहा कि इससे मुसलमानों के बड़े तबके को लाभ होगा और वक्फ संपत्तियों के दुरुपयोग पर रोक लगेगी। पटेल ने यह भी कहा कि देश में कानून का राज है और किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जा सकती।
मुसलमानों तुम्हारी दाढ़ी और टोपी.. ओवैसी के विधायक अख्तरुल ईमान ने वक्फ कानून पर ये क्या बोल दिया
इधर, जेडीयू के वरिष्ठ नेता और विधान पार्षद नीरज कुमार ने भी अख्तरुल ईमान को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, “वक्फ विधेयक संसद से पास हो चुका है। इस पर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल है और न्यायिक समीक्षा का अधिकार वहां है। ऐसे में सड़कों पर उतरकर भड़काऊ भाषण देना पूरी तरह अनुचित है।” नीरज कुमार ने तीखे लहजे में कहा, “अख्तरुल ईमान साहब, ये नीतीश कुमार का शासन है। यहां दंगाइयों की कील ठोकी जाती है। कोई मुसलमानों के साथ खून की होली नहीं खेल सकता। 20 साल का शासनकाल इसका गवाह है।”
गौरतलब है कि AIMIM नेता अख्तरुल ईमान ने हाल ही में एक भड़काऊ बयान दिया था जिसमें उन्होंने कहा था, “नरेंद्र मोदी मुसलमानों के खून से होली खेलना चाहते हैं।”साथ ही, उन्होंने 20 अप्रैल को वक्फ विधेयक के खिलाफ जिला मुख्यालयों पर बड़े पैमाने पर प्रदर्शन की चेतावनी भी दी है।