बिहार से बाहर रहने वाले करीब 3 करोड़ प्रवासी बिहारीयों को विधानसभा चुनाव में बिहार बुलाने और मतदान करने को लेकर भाजपा ने बड़ी रणनीति बनाई है। दरअसल, पिछले छठ पूजा के दौरान रेलवे की ओर से जारी आंकड़े के अनुसार 78 लाख लोग दूसरे राज्यों से बिहार पहुंचे थे। वहीं केंद्र सरकार के एक आंकड़े के अनुसार ढाई करोड़ के करीब बिहार के लोग दूसरे राज्यों में रह रहे हैं। इन्हीं बिहारी प्रवासी पर बिहार के राजनीतिक दलों की नजर है। बिहार के लोग विशेष कर दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र, यूपी, पश्चिम बंगाल, पंजाब, हरियाणा, असम जैसे राज्यों में बड़ी संख्या में रहते हैं। इस साल अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा का चुनाव होना है तो बीजेपी की नजर विधानसभा चुनाव पर है और बिहार के प्रवासी पर जो चुनाव के समय बिहार लौट सकते हैं।

आज बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण चुघ और दुष्यंत गौतम की अध्यक्षता में बीजेपी में बैठक शुरू हुई। प्रदेश कार्यालय में चल रही बैठक को लेकर दिलीप जायसवाल ने कहा कि इस बैठक में संगठन पर चर्चा करेंगे एक भारत श्रेष्ठ भारत पर भी चर्चा किया जाएगा। आने वाले चुनाव को देखते हुए रणनीति पर चर्चा की जाएगी। इस दौरान महागठबंधन की बैठक को लेकर उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेताओं की हालत को देखकर पीड़ा है। NDA गठबंधन को अटूट देखकर वो लोग डिप्रेशन में जा रहे हैं। वह तराजू पर मेंढक की तरह हैं, एक चढ़ेगा एक भागेगा। खिसियाई बिल्ली खम्मा नोचे वाली हालत है उनकी।
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वहीं ममता बनर्जी के बयान पर कहा कि वह अपना मानसिक संतुलन खो चुकी हैं। ममता बनर्जी को अपना राजपाट बचाने की चिंता है। देश की रक्षा से कोई खिलवाड़ नहीं किया जा सकता है। देश की रक्षा हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। चाहे वह बॉर्डर हो या देश के अंदर कहीं पर भी देश विरोधी कार्य हो रहा है, हम सब 140 करोड़ देशवासी और ममता बनर्जी भी इस बात की चिंता करें कि हमारा देश सुरक्षित रहे।