भागलपुर के पीरपैंती से भाजपा विधायक ललन पासवान के विवादित बयान से सियासत काफी गर्म हो गई है। BJP खुद धार्मिक मान्यताओं मान रखती है। लेकिन खुद BJP विधायक ने धार्मिक मान्यता को लेकर यह बड़ी बात कह दी है। ललन पासवान ने कहा कि अगर मुस्लिम लक्ष्मी को नहीं मानते हैं तो क्या वह करोड़पति अरबपति नहीं हैं? विधायक के इस सवाल पर बयानबाजी काफी तेज हो गई है।
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ललन पासवान का विवादित बयान
भाजपा विधायक ललन पासवान ने मां के मृत्यु के पश्चात श्राद्ध कर्म के भोज को पूर्ण रूप से समाज के धार्मिक कुरीति कहकर उसे समाज से बहिष्कृत करने की गुजारिश की है। और खुद भी उन्होंने अपनी मां के मृत्यु भोज जैसे हिंदू धर्म की धार्मिक मान्यताओं का खुलकर बहिष्कार किया है। साथ ही उन्होंने खुद के ऊपर यह भी कहा कि वह सरस्वती की पूजा भी नहीं करते तो क्या विद्वान नहीं है। उनके इस तमाम सवलों पर भागलपुर विधायक अजीत शर्मा और गोपालपुर विधायक गोपाल मंडल ने भी अपना जवाब दिया।
RJD का भी पलटवार

आरजेडी प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी के लोग किसी भी धर्म को मानने वाले नहीं है। यह पार्टी सिर्फ उन्माद फैलाने में ही विश्वास रखती है। इसके साथ ही भाजपा को चुनौती देते हुए शक्ति सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को हिम्मत है तो ललन पासवान को पार्टी से निकाल कर दिखाए।
अजित शर्मा का बयान

भागलपुर कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सबो की अपनी-अपनी सोच है। कोई किसी भी भगवान को अपना आदर्श मान सकते हैं। हालांकि अजित शर्मा ने BJP पर भी निशाना साधते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी मंदिर और मस्जिद के नाम पर वोट देती है।