Muzaffarpur Politics: औराई विधानसभा से बीजेपी विधायक रहे रामसूरत राय ने खुले मंच से अपनी ही पार्टी के सांसद और केंद्रीय मंत्री राज भूषण निषाद पर तीखा हमला बोलते हुए उन्हें “गद्दार” करार दिया है। इस बयान के बाद से जिले की सियासत में नया तूफ़ान खड़ा हो गया है और बीजेपी संगठन के भीतर खलबली मच गई है।
दरअसल, इस विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने रामसूरत राय का टिकट काट कर किसी अन्य प्रत्याशी को मौका दिया था। पार्टी के इस निर्णय से नाराज़ समर्थकों ने कई बार विरोध भी जताया था। बाद में बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं के हस्तक्षेप के बाद रामसूरत राय को मनाया गया और उन्हें पार्टी उम्मीदवार के पक्ष में प्रचार करने को कहा गया। परंतु अब एक सार्वजनिक सभा में उन्होंने जो बातें कहीं, उससे यह साफ़ हो गया कि उनके मन का मंथन अभी शांत नहीं हुआ है।
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सभा में बोलते हुए रामसूरत राय ने कहा कि “जब चुनाव था तो राज भूषण निषाद मेरे साथ गाड़ी में घूमते थे। छोटे भाई की तरह मानते थे। लेकिन जब टिकट बंटवारे की बारी आई तो उन्होंने मेरे साथ गद्दारी की। उससे बड़ा गद्दार कोई नहीं हो सकता।” उन्होंने आगे कहा कि आने वाले लोकसभा चुनाव में वे अजय निषाद को सांसद बनाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
रामसूरत राय का यह बयान न केवल स्थानीय राजनीति में बल्कि राज्य स्तर पर भी भाजपा की अंदरूनी सियासत को उजागर करता है। यह बयान ऐसे समय आया है जब बिहार में बीजेपी अपने पुराने चेहरों को साधने और नए समीकरणों के तहत संगठन को एकजुट करने की कोशिश में लगी है। लेकिन मुजफ्फरपुर से आई यह सियासी दरार पार्टी के लिए मुश्किलें बढ़ा सकती है।






















