वैशाली जिले के लालगंज से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक संजय सिंह एक बार फिर सुर्खियों में हैं। शुक्रवार को सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो वायरल हो गया, जिसमें वे अपने विधानसभा क्षेत्र के भगवानपुर बाजार में स्थानीय लोगों से तीखी बहस करते और कथित तौर पर गाली-गलौज करते हुए दिख रहे हैं। अब इसका वीडियो वायरल हो गया।

यह वीडियो शुक्रवार को लालगंज बाजार का बताया जा रहा है, जहां जलजमाव की निकासी को लेकर विधायक पहुंचे थे। मगर वहां का नज़ारा कुछ और था—लोग ग़ुस्से में थे, सड़क की दुर्दशा और भ्रष्टाचार पर सवाल उठा रहे थे। जब एक स्थानीय युवक ने आरोप लगाया कि “सड़क निर्माण में 50% कमीशन खाया गया, तभी तो सड़क टूट गई,” तो विधायक संजय सिंह आपा खो बैठे।

सूत्रों के अनुसार, विधायक संजय सिंह भगवानपुर बाजार में जलजमाव की समस्या को लेकर निरीक्षण के लिए पहुंचे थे। हल्की बारिश के बाद बाजार की सड़कें पानी से भर जाती हैं, जिससे दुकानदारों और आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। स्थानीय लोगों ने इस अस्थायी समस्या को लेकर आवाज उठाई, जिसके बाद माहौल गर्मा गया। विधायक जी अपनी गाड़ी से उतरकर नाराजगी जाहिर करते हुए लोगों पर बरस पड़े, जिससे कुछ देर के लिए अफरातफरी मच गई।

बताया जा रहा है कि विधायक ने हाजीपुर नगर परिषद से पानी निकालने के लिए विशेष वाहन मंगवाया था और जल निकासी का कार्य भी शुरू करवाया गया था। लेकिन कुछ स्थानीय लोग स्थायी समाधान की मांग कर रहे थे, जिसे लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी हो गई।
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विधायक संजय सिंह ने दी सफाई
इस घटना के बाद भाजपा विधायक संजय सिंह का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि भगवानपुर बाजार के जलजमाव की समस्या के स्थायी समाधान और सड़क निर्माण के लिए मैं पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता और अन्य अधिकारियों के साथ वहां गया था। लेकिन मौके पर कुछ ‘हुलरबाज’ पहुंचे, जिनका उद्देश्य सिर्फ बाधा उत्पन्न करना था। वे पहले भी विरोध करते देखे गए हैं। इनकी मंशा है कि कोई कार्य न हो, जिससे वे विरोध की राजनीति कर सकें। विधायक ने स्पष्ट किया कि जनता के हित में सभी जरूरी कार्य किए जाएंगे और “हुलरबाजी” कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
स्थानीय लोगों में आक्रोश
वहीं, बाजार के दुकानदारों का कहना है कि हर साल हल्की बारिश के बाद जलजमाव की गंभीर समस्या होती है। उनका कहना है कि प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की ओर से अब तक सिर्फ अस्थायी समाधान किया जाता रहा है, जबकि उन्हें स्थायी समाधान की आवश्यकता है। लोगों का कहना है कि “नेता जी सिर्फ़ चुनाव के समय आते हैं, और सवाल पूछने पर गालियां देते हैं। अगर सड़कें टूटी हैं, जलजमाव है, तो जिम्मेदारी किसकी है?”एक बुजुर्ग ने कहा, “जनता को गाली देने वाले को क्या हम दोबारा वोट देंगे? अब वक़्त बदल रहा है।”