ऑल पार्टी डेलीगेशन में कुवैत गए बीजेपी नेता निशिकांत दुबे के इजराइल बयान पर राजनीतिक गलियारों में शोर मच गया। बीजेपी सांसद बैजयंत पांडा के नेतृत्व में गए हुए डेलीगेशन का निशिकांत दुबे हिस्सा हैं। कुवैत में निशिकांत दुबे ने कहा था कि आतंकवाद के कारण आज पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से खत्म हो चुकी है। सबसे बड़ी बात थी कि पूरी दुनिया में जैसे फिलिस्तीन के ऊपर गलत हो रहा है। उन्होंने कहा कि 1974 में पीएलओ को हम पहले देश थे जिन्होंने मान्यता दी। 1988 में हम पहले देश थे, जिसने फिलिस्तीन को एक देश के रूप में मान्यता दी थी।

उन्होंने आगे कहा कि आज भी फिलिस्तीन के लोगों को खाना भेज रहे हैं। आज भी मोदी ने 22,23,24 में और आज भी उन्हें खाना भेजवा रहे हैं। कोविड के समय हमने फिलिस्तीन और कुवैत दोनों को ही वैक्सीन भी दी। हमने हमेशा की तरह इस साल के बजट में 39 मिलियन फिलिस्तीन की मदद के लिए रख रखा है। हम वहां से बैठकर फिलिस्तीन के लिए जितना कर सकते हैं कर रहे हैं। निशिकांत दुबे ने कहा कि इजराइल ऐसा देश है जो किसी की बात नहीं मान रहा है। हम टू नेशन की थ्योरी मानते हैं। इजराइल और फिलिस्तीन दोनों ही अलग देश हैं।
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कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने बीजेपी नेता के इस बयान को देश में दुर्वचन, परदेस में प्रवचन बताया है। उन्होंने कहा कि दंगाई प्रवृति का ये व्यक्ति मुस्लिम देशों की मेहमान नवाजी लेने के लिए फिलिस्तीन का हिमायती बन गया। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते निशिकांत दुबे पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ये शख्स घर आते ही वही नफरत का राग अलापने लगेगा। ऐसे दोगले लोगों द्वारा भारत का प्रतिनिधित्व करने से देश की छवि पर बहुत नकारात्मक असर पड़ता है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भी निशिकांत दुबे के बयान की कड़ी आलोचना की है।