नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में राहुल गांधी, सोनिया गांधी और अन्य के खिलाफ ईडी की अभियोजन शिकायत पर पूरे देश में कांग्रेस ने प्रदर्शन किया. इस पर भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि एक बात ध्यान में रखनी चाहिए कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी जमानत पर बाहर हैं। उन्होंने मामले को खत्म करने के लिए हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, लेकिन उन्हें कोई राहत नहीं मिली।
VIP चीफ ने ठुकरा दिया है ऑफर.. अभी भी मुकेश सहनी पर डोरे डाल रही बीजेपी !
राहुल गांधी और सोनिया गांधी को जवाब देना चाहिए कि कानून को अपना काम करने देना चाहिए या नहीं? नरेंद्र मोदी की सरकार कानून को अपना काम करने देगी। सरदार पटेल ने कहा था कि नेशनल हेराल्ड को पैसा देने वाले लोग अच्छे लोग नहीं हैं। फिर भी एक अखबार जिसे कांग्रेस पार्टी का पूरा संरक्षण, प्रचार और संरक्षण प्राप्त था, वह क्यों नहीं पनप सका? क्योंकि यह अखबार केवल विज्ञापन जुटाने और सरकारी सहयोग से संपत्ति बनाने का साधन था। जिस अखबार से आजादी की लड़ाई लड़ रहे लोगों की आवाज को मजबूत करने की उम्मीद थी, उन्होंने उस अखबार को निजी व्यवसाय, एटीएम बना दिया!
नेशनल हेराल्ड मामले पर क्या बोले चिराग पासवान?.. NDA में सीएम फेस पर कही ये बात
वहीं उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और पार्टी की राज माता सोनिया गांधी ने भारत को लूटा है। कांग्रेस पार्टी के युवराज राहुल गांधी ने कैसे इस लोकतंत्र को मजाक बनाया। सबसे गंभीर आरोप है इनके द्वारा स्वतंत्रता सेनानियों की चीजों को लूटा गया। चार्जशीट में सोनिया गांधी-राहुल गांधी का भी नाम है। नेशनल हेराल्ड का मामला पूरे देश को जानना चाहिए। बिहार के लोगों को इसलिए जानना चाहिए क्योंकि रोज कांग्रेस पार्टी यह कहती थी कि वह संस्थाओं का इज्जत करते हैं।

कांग्रेस ने देश को लूटा, जिस संस्था का निर्माण स्वतंत्रता सेनानियों ने किया, इसको भी कांग्रेस ने लूटा। पटना ईडी ऑफिस में कांग्रेस पार्टी ने जो किया, वहां कालिख पोता, ऐसा करके कांग्रेस ने मनमोहन सिंह और अपने चेहरे पर कालिख पोता है, क्योंकि मनमोहन सिंह ने ईडी का गठन किया था। कांग्रेस ने लोकतंत्र का मजाक बनाया है। नेशनल हेराल्ड देश के लिए विश्वासघात है। स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान है। कांग्रेस ने देश को खोखला बनाया है। यंग इंडिया कंपनी के द्वारा गरीबों के पैसे को लूटा जा रह है। न्यायालय इस पर जल्द कार्रवाई करे।