सोमवार का दिन Share Market के इतिहास में ‘Black Monday 2.0’ की तरह दर्ज होता दिख रहा है। आज शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई, जिसने निवेशकों के होश उड़ा दिए। सेंसेक्स 3000 अंक यानी लगभग 4% टूटकर 72,300 के स्तर पर कारोबार कर रहा है, जबकि निफ्टी में 900 अंकों (4.5%) की गिरावट देखी गई और यह 22,000 के नीचे फिसल गया।
यह गिरावट इतनी जबरदस्त है कि सेंसेक्स के सभी 30 स्टॉक्स लाल निशान में आ गए हैं। टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, और इंफोसिस जैसे दिग्गज शेयरों में करीब 10% तक की गिरावट आई है। टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक और एलएंडटी जैसे शेयरों ने भी 8% तक की गिरावट झेली है।
वैश्विक बाजारों में भी भूचाल
इस गिरावट का असर सिर्फ भारत तक सीमित नहीं है। एशियाई और अमेरिकी बाजारों में भी हाहाकार मचा हुआ है:
- हॉन्गकॉन्ग का हैंगसेंग 10% गिरा
- चीन का शंघाई इंडेक्स 6.5% टूट गया
- जापान का निक्केई 6% नीचे
- कोरिया का कोस्पी इंडेक्स 4.5% की गिरावट पर
- गिफ्ट निफ्टी भी 3.60% गिरकर 22,180 पर कारोबार कर रहा है
अमेरिका में डाउ जोन्स 3.98%, S&P 500 4.84%, और नैस्डैक करीब 6% तक गिर चुका है।
1987 के ‘ब्लैक मंडे’ जैसे हालात की चेतावनी!
फाइनेंशियल कॉमेंटेटर जिम क्रैमर ने चेतावनी दी है कि यह गिरावट 1987 के ब्लैक मंडे की तरह साबित हो सकती है, जब बाजार एक ही दिन में 22% तक ध्वस्त हो गया था। उन्होंने आशंका जताई है कि अमेरिकी बाजारों में आज इसी तरह की भयानक गिरावट हो सकती है।
बाजार पहले से था दबाव में
गौरतलब है कि 4 अप्रैल को भी सेंसेक्स में 930 अंकों की गिरावट देखी गई थी, और तब यह 75,364 के स्तर पर बंद हुआ था। उस दिन निफ्टी में 345 अंकों की गिरावट थी।
आज के ‘ब्लैक मंडे’ में NSE के सेक्टोरल इंडाइसेज भी धराशायी हो गए:
- निफ्टी मेटल इंडेक्स 6.56% नीचे
- आईटी, फार्मा, और रियल एस्टेट सेक्टर में 4% तक गिरावट
- ऑटो और मीडिया इंडेक्स भी 3% से अधिक फिसले