बोकारो के चास के इंडियन बैंक में बुधवार को हुए बैंक डकैती कांड का पुलिस में 24 घंटे के अंदर उद्भेदन कर दिया है। बोकारो एसपी के द्वारा गठित एसआईटी टीम के द्वारा डकैती में शामिल 6 में से चार अपराधियों को लुटे गए, 20 लाख ₹74000 की रकम और तीन पिस्टल एक देसी कट्टा 17 जिंदा कारतूस डकैती में इस्तेमाल किए गए बाइक और हेलमेट के साथ गिरफ्तार किया गया है।
जितेंद्र सिंह डकैती का मास्टरमाइंड था
गिरफ्तार अपराधी को नाम जितेंद्र सिंह जो बिहार के नालंदा जिले के लहरिया का रहने वाला है। वह इस डकैती का मास्टरमाइंड बताया गया है। एसपी चंदन कुमार झा ने बताया कि गठित एसआईटी टीम ने धनबाद से बिहार के पटना जाने वाली शिवगंगा बस के स्लीपर से गिरिडीह जिले के इसरी टोल प्लाजा के पास से जितेंद्र सिंह और आशीष कुमार को धर दबोच। जितेंद्र के पास से एक पिस्टल चार जिंदा गोली एक देसी कट्टा और ₹998000 बैग से बरामद किया। वही आशीष के पास से बैग में रखा एक पिस्टल 9 जिंदा गोली और ₹499000 बरामद किया।
बैंक में रेकी करने का काम किया था
वहीं इन लोगों के स्वीकारोक्ति बयान के आधार पर गठित टीम ने धनबाद के सुदामडीह थाना क्षेत्र के भौंरा से शुभम यादव और दिनेश यादव को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार शुभम यादव के पास एक पिस्टल चार जिंदा गोली और ₹505000 नगद बरामद किया गया। वहीं दिनेश यादव के पास से ₹72000 नगद बरामद किया गया है। गिरफ्तार अपराधी घटना को अंजाम देने के एक दिन पूर्व धनबाद से चास पहुंचकर बैंक में रेकी करने का काम किया था और ग्राहकों के बैंक में आने-जाने और कर्मियों के कार्यशैली पर नजर रखने का काम किया था। इस अपराध में शामिल दो अन्य अपराधी अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं।
सीसीटीवी में कैद तस्वीरों और वीडियो से अन्य जिलों से संपर्क किया
एसपी ने बताया कि बैंक सुरक्षा में चूक और बैंक मैनेजर के सायरन नहीं बजाने के कारण अपराधी इस घटना को अंजाम देने में सफल हुए थे। उन्होंने बताया कि इन अपराधियों का बोकारो में कोई लोकल लिंक नहीं है। उन्होंने बताया कि घटना होने के बाद जिस प्रकार से एसआईटी टीम के द्वारा त्वरित कार्रवाई की गई और सीसीटीवी में कैद तस्वीरों और वीडियो के माध्यम से अन्य जिलों से संपर्क किया गया। जिस कारण इस घटना को 24 घंटे के अंदर उद्भेदन कर लिया गया।




















