[Team Insider] पुलिस ने कार चोरी मामले का उद्भेदन किया है। जिसमें आरोपी की गिरफ्तारी बिहार के सिवान से की गई है। जबकि उत्तर प्रदेश के बलिया से चोरी की कार बरामद की गई है। चौंकाने वाली बात यह है कि इस चोरी की घटना को अंजाम देने वाला देश की सेवा करने वाले फौजी का भाई निकला है। जो रोजगार की तलाश में बोकारो अपने भाई के पास आया था। लेकिन कार चोरी की वारदात को अंजाम देने लगा।
क्या है मामला
बिहार के सिवान से ग्रेजुएशन कर अपने फौजी भाई के घर बोकारो में रोजगार की तलाश में अंजेश कुमार यादव आया था। लेकिन कार चोरी की वारदात को अंजाम देने लगा। उसके पिता भी आर्मी रिटायर है। गिरफ्तार अंजेश ने भी यह स्वीकार किया है कि वह बेरोजगारी से परेशान होकर इस तरह की गलती कर गया। सिटी थाना प्रभारी संतोष कुमार ने बताया कि आरोपी अंजेश सिवान में चोरी किये गए ऑल्टो को भाड़े में चला कर पैसे कमाने का काम कर रहा था।
चोरी की कार बलिया से बरामद
20 नवंबर को गाड़ी की चोरी की गई थी।हालांकि ऑल्टो कार में फास्टट्रैग लगा हुआ था। सिवान जाने के क्रम में जहां-जहां टोल मिला। वहां वहां पुलिस को गाड़ी के पार होने की जानकारी मिलती गई। आखिरी लोकेशन पुलिस को औरंगाबाद टोल में मिला। उसके बाद पुलिस को कोई ट्रेस नहीं मिल रहा था। लेकिन पुलिस को यह सूचना मिल चुकी थी कि जब से गाड़ी चोरी हुई है। पड़ोस में अपने भाई के यहां रहने वाला युवक अंजेश गायब है। उसके बाद पुलिस ने एक टीम गठित की और सिवान में जाकर छापेमारी की। वहां से अंजेश को गिरफ्तार किया गया। उसकी निशानदेही पर चोरी की कार बलिया से बरामद की गई।