[Team Insider]: आज गुरुवार को ए. एन. कॉलेज, पटना में IQAC (Internal Quality Assurance Cell) की अकादमिक एवं प्रशासनिक गतिविधियों के संकलन के द्वितीय भाग का ऑनलाइन लोकार्पण किया गया। कोरोना काल की अवधि में महाविद्यालय में आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम में लोकार्पण किया गया। इस पुस्तक का संपादन डॉ. रत्ना अमृत तथा डॉ. अभिषेक दत्त ने किया है।
शिक्षा मंत्री रहे मुख्य अतिथि
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शिक्षा विभाग, बिहार के मंत्री विजय कुमार चौधरी थे। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में शिक्षा सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। संस्थानों के बंद होने से पढ़ाई का क्रम टूट जाता है। वर्तमान में फिर शिक्षा व्यवस्था उसी हालात में पहुंच गया है। मुख्य अतिथि ने कहा कि ए. एन. कॉलेज ने अकादमिक गतिविधियों का ऑनलाइन संचालन कर इसकी क्षतिपूर्ति की है। ए. एन. कॉलेज ने सभी मानकों पर अपनी उच्चता और श्रेष्ठता को कायम रखा है। इसके लिए संस्थान से जुड़े सभी शिक्षक बधाई के पात्र हैं।
समावेशी तथा गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा की है प्राथमिकता
शिक्षा मंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालय का यह प्रमुख दायित्व है कि वह समय पर परीक्षा आयोजित करके परीक्षा फल घोषित करे। शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता समावेशी शिक्षा तथा गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान करना है। शिक्षा समाज के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है और वर्तमान परिस्थिति में शिक्षकों की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो गई है। शिक्षकों का संकल्प होना चाहिए कि वह अपनी उत्कृष्टता बनाए रखें और सभी विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करें।
बुलंदियों पर बने रहना महत्वपूर्ण
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एस.पी. सिंह ने कहा कि ए. एन. कॉलेज ने लगातार तीन बार नैक का ‘ए’ ग्रेड प्राप्त कर यह साबित किया है कि बुलंदियों पर पहुंचना महत्वपूर्ण नहीं अपितु बुलंदियों पर बने रहना महत्वपूर्ण है। कुलपति ने ‘गुड टू ग्रेट’ पुस्तक को उद्धृत करते हुए कहा कि निरंतर सफलता के लिए अनुशासित लोग, अनुशासित विचार तथा अनुशासित कार्य की आवश्यकता होती है। ए.एन. कॉलेज की प्रगति भी इन्हीं तत्वों से प्रभावित है।
प्राचार्य ने किया स्वागत
अतिथियों का स्वागत करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर एस.पी. शाही ने कहा कि महाविद्यालय ने विकास के क्षेत्र में लंबी छलांग लगाई है। मुख्यमंत्री के सहयोग से आधारभूत संरचना विकसित करने हेतु कई कार्य किये जा रहे है। प्राचार्य ने ऑडिटोरियम में बोस साउंड सिस्टम की स्वीकृति देने तथा कॉमर्स की पढ़ाई के लिए स्वीकृति देने के लिए शिक्षा मंत्री का विशेष आभार जताया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल मे उत्पन्न चुनौतियों का महाविद्यालय के शिक्षकों, शिक्षकेतर कर्मचारियों तथा विद्यार्थियों ने बखूबी सामना किया। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय आइक्यूएसी के समन्वयक डॉ. अरुण कुमार के नेतृत्व में अभूतपूर्व कार्य किया गया। इस दौरान छात्रों के ऑनलाइन पठन-पाठन के अलावा कई शैक्षणिक कार्य किए गए।
आइक्यूएसी की ज्वाइंट को-ऑर्डिनेटर ने किया संचालन
इस कार्यक्रम का संचालन आइक्यूएसी की ज्वाइंट को-ऑर्डिनेटर डॉ. रत्ना अमृत ने किया। धन्यवाद ज्ञापन आइक्यूएसी के समन्वयक डॉ .अरुण कुमार ने किया। इस अवसर पर रूसा के उपाध्यक्ष प्रो. कामेश्वर झा,कई महाविद्यालयों के प्रधानाचार्य,प्रो. अजय कुमार, डॉ.नूपुर बोस, प्रो. कलानाथ मिश्र, प्रो.शैलेश कुमार सिंह,प्रो.प्रियरंजन सिंह, आईक्यूएसी के सभी सदस्य, महाविद्यालय के शिक्षक, शिक्षकेतर कर्मचारी तथा विद्यार्थी उपस्थित रहे।