बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं परीक्षा को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। छात्रों के प्रदर्शन के बीच यूट्यूबर और कोचिंग संचालक फैजल खान उर्फ खान सर खुलकर उनके समर्थन में आ गए हैं। उन्होंने सरकार से अपील की है कि छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए रीएग्जाम पर जल्द से जल्द फैसला लिया जाए। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि अब फैसला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और वरिष्ठ आईएएस अधिकारी दीपक कुमार के हाथ में है।
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क्या कहा खान सर ने?
खान सर ने छात्रों के साथ हो रहे अन्याय पर चिंता जताते हुए कहा कि यदि रीएग्जाम नहीं हुआ, तो हजारों मेहनती छात्रों का मनोबल टूट जाएगा, खासतौर पर वे जो आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि से आते हैं। उन्होंने दो टूक कहा कि अगर परीक्षा दोबारा नहीं कराई गई, तो इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और दीपक कुमार जिम्मेदार होंगे।
खान सर ने बताया कि रीएग्जाम की मांग को लेकर सबूत जुटाने में वक्त लगा, क्योंकि बिना ठोस प्रमाण के कोई भी आंदोलन सफल नहीं हो सकता। उन्होंने स्पष्ट किया कि छात्रों का यह आंदोलन सिर्फ और सिर्फ उनके भविष्य के लिए है, इसमें किसी भी राजनेता की दखलंदाजी नहीं होगी।
‘आंदोलन 2.0’ – नया रूप, नई रणनीति
खान सर ने इस प्रदर्शन को ‘आंदोलन 2.0’ नाम दिया है। उन्होंने बताया कि पिछले आंदोलन में राजनीतिक नेताओं की एंट्री से सरकार को लगा कि यह प्रदर्शन छात्रों का नहीं, बल्कि किसी राजनीतिक दल का एजेंडा है। लेकिन इस बार, छात्र खुद अपनी आवाज उठा रहे हैं और सरकार को भी समझ आ चुका है कि इस बार आंदोलन को दबाया नहीं जा सकता।
छात्रों का गुस्सा और सरकार पर बढ़ता दबाव
गर्दनीबाग में बीपीएससी अभ्यर्थी लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं और रीएग्जाम की मांग पर अड़े हुए हैं। छात्रों का कहना है कि वे अब पीछे हटने वाले नहीं हैं और कानूनी लड़ाई लड़कर भी अपने अधिकारों की रक्षा करेंगे।