नई दिल्ली : भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) ने अपनी नेटवर्क कवरेज को मजबूत करने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना शुरू की है। सरकारी टेलीकॉम कंपनी ने 1 लाख नए 4G मोबाइल टावर लगाने की तैयारी पूरी कर ली है, जिसका उद्देश्य देश भर में सुपरफास्ट कनेक्टिविटी प्रदान करना है। यह कदम ‘आत्मनिर्भर भारत’ मिशन के तहत उठाया गया है, जिसमें पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक का उपयोग किया जा रहा है।
स्वदेशी तकनीक और तेजी से प्रगति
केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हाल ही में बताया कि BSNL ने मई 2025 तक 84,000 टावर सफलतापूर्वक स्थापित कर लिए हैं, और शेष टावरों को इस महीने के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य है। इस परियोजना के लिए तेजस नेटवर्क्स द्वारा विकसित स्वदेशी 4G तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। इसके अलावा, सरकार ने BSNL को 6,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त फंड आवंटित किया है, जैसा कि सितंबर 2024 में कम्युनिकेशंस टुडे की रिपोर्ट में उल्लेखित है।
5G की राह पर BSNL
टेलीकॉम मंत्री ने यह भी संकेत दिया कि जून 2025 तक BSNL अपने 4G नेटवर्क को 5G तकनीक में अपग्रेड करने की दिशा में काम शुरू कर देगी। यह कदम निजी टेलीकॉम कंपनियों जैसे रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया को कड़ी टक्कर दे सकता है, जो हाल के दिनों में टैरिफ वृद्धि के कारण ग्राहकों की संख्या में कमी का सामना कर रही हैं। मई 2025 में RCR वायरलेस के अनुसार, जियो, एयरटेल और वोडाफोन ने लगातार तीन महीनों से ग्राहकों की संख्या गंवाई है, जबकि BSNL ने सस्ती दरों के कारण बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है।
ग्राहकों के लिए राहत और चुनौतियां
TRAI के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, BSNL के पास वर्तमान में 9 करोड़ से अधिक सक्रिय वायरलेस यूजर्स हैं। हालांकि, पिछले साल जुलाई में निजी कंपनियों द्वारा रिचार्ज प्लान महंगे करने के बाद लाखों यूजर्स ने BSNL में स्विच किया था, लेकिन खराब नेटवर्क कवरेज के कारण कई वापस लौट गए। नए टावरों के साथ BSNL इस समस्या को दूर करने और ग्राहकों का भरोसा वापस जीतने की कोशिश कर रही है।
भविष्य की योजना
केंद्रीय संचार राज्य मंत्री चंद्रशेखर पेम्मासानी ने कहा, “पहले चरण में 1 लाख टावर लगाने का काम पूरा हो चुका है, और हम अगले चरण में अतिरिक्त 1 लाख 4G/5G टावर लगाने के लिए केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी का इंतजार कर रहे हैं।” इस परियोजना के लिए टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और एरिक्सन जैसे भागीदारों के साथ 13,000 करोड़ रुपये का निवेश अगले 10 साल तक नेटवर्क मेंटेनेंस के लिए किया गया है।
BSNL की यह पहल न केवल डिजिटल भारत के सपने को साकार करने में मदद करेगी, बल्कि ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में भी उच्च गति इंटरनेट की सुविधा प्रदान करेगी। क्या BSNL निजी कंपनियों को टक्कर दे पाएगी? यह तो आने वाला समय बताएगा, लेकिन यह कदम निश्चित रूप से टेलीकॉम सेक्टर में एक नई क्रांति की शुरुआत है।