रविवार की रात मनेर थाना क्षेत्र की उसरी छितनांवा रोड अचानक गोलियों की गूंज से दहल उठी। सन्नाटे में लिपटी सड़क पर उस वक्त सनसनी फैल गई, जब आटा और चोकर के थोक व्यापारी निशांत कुमार पर बदमाशों ने जानलेवा हमला कर दिया। कारोबारी निशांत को गोली लगी है—हालांकि किस्मत अच्छी रही कि गोली सिर्फ हाथ को छूती हुई निकल गई।
‘शिकारी’ घात में थे, ‘शिकार’ बच निकला!
रविवार रात निशांत कुमार नौबतपुर और शिवाला इलाके से कलेक्शन कर लौट रहे थे। उनके साथ कार में दो और लोग थे। जैसे ही उनकी कार महुअरी बगीचा के पास छितनावां रोड पर पहुंची, चार-पांच बाइकों पर सवार करीब 8 बदमाशों ने उनकी गाड़ी को घेर लिया।
पहले बदमाशों ने लोहे की रॉड से कार के शीशे तोड़े, फिर हथियार लहराते हुए रुपयों से भरा बैग छीनने की कोशिश की। लेकिन कार में बैठे लोगों ने साहस दिखाया, विरोध किया और शोर मचाया। बस यहीं से बदमाशों के मंसूबे डगमगाए।
तीन गोलियां, एक निशाना और अधूरी लूट
शोर सुनकर आसपास के लोग घटनास्थल की ओर दौड़े, जिससे घबराकर बदमाशों ने तीन राउंड फायरिंग की। एक गोली निशांत के हाथ को छूते हुए निकल गई। घायल निशांत को स्थानीय लोगों की मदद से सगुना मोड़ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जान तो बच गई, लेकिन डर और सवालों की लंबी लकीर छोड़ गई।
ड्राइवर की सतर्कता और एक कॉल ने बचाई जान
घटना के बाद कार ड्राइवर विनय ने तुरंत निशांत के चाचा सूरज कुमार को सूचना दी। इस फुर्ती ने मदद के लिए समय रहते लोगों को जुटा दिया और बदमाश लूटपाट करने में विफल रहे।